कोरबा: धर्म सेना ने कटघोरा में रविवार को क्रिसमस के ठीक 1 दिन पहले 101 परिवारों की घर वापसी कराई है. यहां दिलीप सिंह जूदेव की राजनीतिक विरासत संभाल रहे उनके बेटे प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने पैर धोकर कटघोरा के संस्कृतिक भवन में 101 परिवार के सदस्यों की घर वापसी करवाई है. धर्म सेना का दावा है कि इन सभी परिवारों का धर्मांतरण किया गया था. जिनकी रविवार को विधि विधान से सनातन धर्म में वापसी करवाई गई है.
समाज प्रमुखों का किया गया सम्मान: धर्म सेना की ओर से आयोजित घर वापसी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रबल प्रताप सिंह जूदेव थे. जिन्होंने परिवार के पैर पखारे और उन्हें तिलक लगाकर घर वापसी की बधाई दी. ज्यादातर परिवार कटघोरा क्षेत्र के आसपास के गांव में रहने वाले आदिवासी हैं.
बड़े पैमाने पर हुआ धर्मांतरण: इस दौरान धर्म सेना के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र बहादुर ने कहा कि कटघोरा और आसपास के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन किया गया है. हम प्रत्येक वर्ष धर्मांतरित परिवारों की घर वापसी कराते हैं. जो किसी कारणवश किसी और धर्म में चले जाते हैं. उन्हें हम सनातन धर्म में वापस लाते हैं. पिछले साल भी हमने ढाई सौ परिवारों की घर वापस करवाई थी. इस वर्ष हमने 101 परिवार की घर वापस करवाई है."
देश के उन्नति के लिए सनातन धर्म का सुरक्षित रहना जरूरी : घर वापसी कार्यक्रम में पहुंचे प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा कि, " इस कार्यक्रम के लिए सभी की तारीफ की जानी चाहिए. पिछले पांच सालों में कांग्रेस के कुशासन में धर्म परिवर्तन प्रमुख मुद्दा रहा है. धर्म परिवर्तन के कारण ही कांग्रेस सत्ता पर काबिज हुई. लेकिन अब सीएम विष्णुदेव साय के नेतृत्व में हम धर्म पर कोई आंच नहीं आने देंगे, छत्तीसगढ़ की बात हो या देश की. सभी जगह उन्नति के लिए सनातन धर्म का सुरक्षित रहना बहुत जरूरी है. हिंदुत्व किसी जाति का नहीं राष्ट्रीयता का प्रतीक है. इतिहास गवाह है, जहां हिंदू घटा है देश बंटा है."
बता दें छत्तीसगढ़ बीजेपी की सरकार आने के बाद लगातार धर्मपरिवर्तित लोगों की घर वापसी हो रही है. लगातार दूसरे धर्म को अपनाने वाले लोग सनातन धर्म अपना रहे हैं.