कोरबा: छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरुवा अउ बारी में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कलेक्टर ने गहरी नाराजगी जताई है. शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में हुई बैठक में जनपद पंचायत पाली के सीईओ के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए, तो 73 अन्य कर्मचारियों को भी कारण बताओ नोटिस जारी करने के आदेश दिए हैं.
वहीं अधिकारी-कर्मचारियों के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में कोताही बरतने या अपने दायित्वों को नहीं निभाने पर संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए सभी विभागों के मैदानी अधिकारी-कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्र में रहकर कार्यों में प्रगति लाने की बात कही. साथ ही कलेक्टर ने मनोज श्रीवास्तव मुख्य कार्यपालन अधिकारी को लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ जांच के निर्देश दिए हैं.
लापरवाही बरतने वालों पर होगी कार्रवाई
कलेक्टर ने बैठक में अनुपस्थित 5 तकनीकी सहायकों सहित 15 तकनीकी सहायक, 20 ग्राम सचिवों, 36 रोजगार सहायकों, एक कार्यक्रम अधिकारी, एक पशु चिकित्सा अधिकारी सह एनजीजीबी प्रभारी पाली को सुराजी ग्राम योजना नरवा, गरवा, घुरुवा अउ बारी के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने पर कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए हैं.
कार्रवाई करने के दिए निर्देश
कलेक्टर ने बैठक में निर्देशित किया कि ग्रामीणों से ज्यादा से ज्यादा पैरादान कराए. प्रत्येक गौठान में 50 ट्रैक्टर (200 क्विंटल) से अधिक पैरा संग्रहित होना चाहिए. गौठानों में आने वाले पशुओं के लिए पैरा संग्रहित करने में कोताही बरतने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए. साथ ही इन गौठानों में सीपीटी, डब्लूएटी कोटना बोर, पहुंचमार्ग, फेंसिग समेत काम एक सप्ताह में पूरा करने के निर्देश दिए.