कोरबा: जनपद पंचायत में सीईओ की ओर से काम में अनियमितता और तानाशाही की शिकायतें लगातार सामने आ रही थीं. गुरुवार की देर शाम करतला के तत्कालीन सीईओ जीके मिश्रा को सस्पेंड करने के बाद कलेक्टर किरण कौशल ने करतला और कोरबा जनपद पंचायत के सीईओ के प्रभार बदल दिए हैं.
कुछ दिन पहले ही करतला सीईओ के पद से हटाए गए सीएल धृतलहरे को फिर से करतला का जिम्मा सौंपा गया है. तो करतला के प्रभारी सीईओ बनाए गए डिप्टी कलेक्टर देवेंद्र प्रधान को अब जनपद पंचायत कोरबा के सीईओ का प्रभार सौंपा गया है. जिले के जनपद पंचायतों में लगातार इस तरह के परिस्थितियां बन रही हैं. जिससे शासन की छवि भी धूमिल हो रही है.
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छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के आदेश पर बनाए गए सीईओ
कुछ दिन पहले ही करतला में देवेंद्र प्रधान को सीईओ बनाकर भेजा गया था, लेकिन अब फिर से उन्हें मुख्यालय में स्थित जनपद पंचायत कोरबा का प्रभार सौंपा गया है. इन सबके बीच धृतलहरे को हटाने का कारण अब भी अज्ञात है. धृतलहरे छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के आदेश पर करतला के सीईओ बने थे. जिन्हें कुछ दिन पहले हटाने के बाद आज फिर से करतला का ही सीईओ बना दिया गया है.
रात्रे की कोरबा से छुट्टी
जनपद पंचायत कोरबा के सीईओ रात्रे को जनपद पंचायत कोरबा सीईओ पद से हटा दिया गया है. कलेक्टर ने अब रात्रे को जिला पंचायत कार्यालय में सहायक परियोजना अधिकारी के रूप में संलग्न कर दिया है. हाल ही में जनपद पंचायत कोरबा की महिला उपाध्यक्ष ने रात्रे पर अभद्रता का आरोप लगाया था. 1 दिन का धरना प्रदर्शन भी किया था. रात्रे को कोरबा जनपद से हटाने के लिए लगातार एक गुट सक्रिय रहा है.