कोरबा: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह मंगलवार को कोरबा प्रवास पर रहे. इस दौरान सरकेगुड़ा मुठभेड़ की जांच रिपोर्ट मामले में दोनों ने एक दूसरे बयान पर प्रश्न खड़े किए.
पूर्व सीएम रमन सिंह ने सरकेगुड़ा मुठभेड़ की जांच रिपोर्ट लीक होने पर सवाल उठाते हुए कहा कि 'जांच रिपोर्ट पहले सदन में आनी चाहिए. लेकिन इसके पहले ही यह सार्वजनिक हो गई, जो कि जनप्रतिनिधियों और सदन का अपमान है. आगे की कार्रवाई सरकार की जिम्मेदारी है'.
'सरकार को करनी चाहिए कार्रवाई'
रमन ने ये भी कहा कि 'मामला गंभीर न होता तो जस्टिस अग्रवाल की कमेटी न बनी होती, अब सरकार को इस पर जरूरी कार्रवाई करनी चाहिए'.
'जिन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की वे हल्ला मचा रहे हैं'
सारकेगुड़ा मुठभेड़ के फर्जी करार दिए जाने और पूर्व मुख्यमंत्री के बयान पर CM भूपेश बघेल ने कहा कि 'यह मामला बेहद गंभीर है. 17 लोगों की मौत सामान्य नहीं हो सकती. जांच रिपोर्ट लीक होने पर प्रश्न चिन्ह लगाए जा रहे हैं. लेकिन उस समय जो सत्ता में थे उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की और अब वही हल्ला मचा रहे हैं'.
बता दें कि रमन सिंह और सीएम बघेल कोरबा लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद दिवंगत बंशीलाल महतो के दशगात्र कार्यक्रम में शामिल होने कोरबा पहुंचे थे.