कोरबा: छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस का खौफ देखा जा रहा है. दरअसल शासन के बिना आदेश के ही चोटिया सरपंच और उपसरपंच ने मुर्गा दुकानों को बंद करने का फरमान जारी कर दिया है. इसके लिए उन्होंने लिखित आदेश भी जारी किया है, जिससे चिकन व्यापारी नाराज हैं.
कोरोना वायरस से एक ओर जहां लोगों में डर का महौल है, वहीं लोग चिकन खाने से डर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला दूरस्थ वनांचल क्षेत्र के चोटिया ग्राम पंचायत से सामने आया है. जहां सरपंच बाबूलाल बिंझवार और उपसरपंच के पति ने लिखित फरमान जारी कर चिकन दुकानों को बंद करा दिया है.
दुकानों को जबरदस्ती करवाया जा रहा बंद : मुर्गा व्यापारी
दुकानदारों का कहना है कि सरपंच लगातार दबाव बनाकर चिकन दुकानों को बंद करवा रहे हैं. दुकान संचालकों का कहना है कि 'त्योहारी सीजन होने के कारण भारी मात्रा में चिकन मंगवा कर रखे हैं, लेकिन सरपंच के फरमान के बाद अब उनके सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है.