कोरबा: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को लेकर ईटीवी भारत की टीम हर विधानसभा क्षेत्र पहुंचकर मतदाताओं के मन को टटोल रही है. इस बीच ईटीवी भारत की चुनावी चौपाल टीम कोरबा जिला के स्लम बस्तियों में पहुंची. टीम ने बस्ती की महिलाओं का मन टटोलने का प्रयास किया. महिलाओं से टीम ने बातचीत की. बातचीत के दौरान महिलाओं ने मूलभूत सुविधाओं की मांग रखी. इनकी डिमांड नालियों की सफाई और 24 घंटे पानी की सुविधा है.
मूलभूत सुविधा इन महिलाओं की मांग: स्लम बस्ती में रहने वाली एक महिला वोटर ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि, "जनप्रतिनिधि को 5 साल सक्रिय रहना चाहिए. वह अच्छा काम करें, बाकी वोट तो हम देते ही हैं. 5 साल में हमें यह अवसर मिलता है. इसलिए जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि वह हमारी मूल समस्याएं दूर कर दे." स्लम बस्ती की अधिकतर महिलाओं की मांग मूलभूत सुविधाएं ही है. हालांकि उन्होंने ये भी स्वीकार किया है कि क्षेत्र में कई काम हुए हैं. एक महिला वोटर ने कहा कि, " यहां नेता ने काम किया है. सीसी रोड सड़क का निर्माण हुआ है. लेकिन कुछ काम अधूरे हैं. जिन्हें पूरा किया जाना चाहिए. नाली में जब कचरा भर जाए, तो स्थानीय निकायों को फोन आने का इंतजार नहीं करना चाहिए. उन्हें खुद सफाई का काम कर देना चाहिए."
काफी सारे काम हमारे वार्ड में हुए हैं, लेकिन जो सबसे बड़ा मुद्दा है. वह तालाब का है. तालाब में पचरी का निर्माण नहीं हुआ है. जिसके कारण गांव बस्ती में किसी की मौत हो जाए, दशकर्म का काम हो तो उसके लिए हमें काफी दूर जाना पड़ता है. एक तालाब की हमें जरूरत है. -श्यामा देवी, स्थानीय निवासी
सफाई व्यवस्था की मांग: बातचीत के दौरान एक महिला वोटर ने कहा, "वर्तमान सरकार ने पानी, बिजली की दिशा में काम किया है. बिजली बिल हाफ योजना से हमें लाभ भी मिला है. लेकिन और भी काम हैं, जिन्हें पूरा किया जाना चाहिए." एक अन्य महिला वोटर ने कहा, "छोटी नालियां तो बन गई है. लेकिन वार्ड में जो बड़ी नाली है. उसमें काफी गंदगी रहती है. कई बार नाली का पानी सड़क पर भी बहने लगता है. इससे हमें काफी दिक्कतें होती है. हम चाहते हैं कि हमारी इस समस्या को भी जनप्रतिनिधि दूर करें."
दरअसल, यहां रहने वाली अधिकतर महिलाएं गृहिणी हैं. इनके घर से कोई न कोई पुरुष सदस्य रोज सुबह नौकरी के लिए निकलता है. इन महिलाओं को समय पर अपना काम निपटाना होता है. ऐसे में इन महिलाओं की मूल परेशानी पानी, बिजली और आस-पास की सफाई व्यवस्था है.