कोरबा: चांपा से लेकर पाली तक की 151 किलोमीटर की सड़क लगभग डेढ़ साल से जर्जर अवस्था में है. सीएम ने इसके लिए 30 करोड़ रुपए देने की घोषणा भी की थी. लेकिन इसके बाद भी स्थिति नहीं सुधरी है. बारिश के मौसम के बाद कुछ इलाकों में सड़क मरम्मत कराई गई थी. लेकिन 2 दिन की बेमौसम बरसात से इस मरम्मत की भी पोल खुल गई है. गुणवत्ताहीन मरम्मत के कारण सड़कों से डामर उखड़ रहे हैं.
खासतौर पर चांपा से कोरबा, कटघोरा से पाली और उपनगरी क्षेत्र दर्री जमनीपाली की सड़कों का बेहद बुरा हाल है. सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे हैं. जिनमें कीचड़ जमा हो चुका है.
शॉर्टकट का सहारा ले रहे लोग
सड़कों की बदहाल स्थिति की वजह से ज्यादातर लोग मुख्य मार्ग के बदले शॉर्टकट रास्ता अपना रहे हैं. लेकिन मुख्य मार्ग होने के कारण लोगों को इसी बदहाल सड़क पर सफर करना पड़ता है. इसके बावजूद शासन और प्रशासन स्तर से मरम्मत के लिए कोई पहल नहीं हो रही है.
20 घुमकर पहुंच रहे जिला मुख्यालय
सड़कों की बदहाल स्थिति के कारण पाली ब्लॉक के लोग 15 से 20 किलोमीटर का सफर तय कर जिला मुख्यालय पहुंच रहे हैं. इसी तरह करतला ब्लॉक के उमरेली, सुखरीकला गांव के ग्रामीण भी मुख्य सड़क की बजाए अंदरूनी सड़कों से होकर जिला मुख्यालय आना-जाना कर रहे हैं. लोग सुतर्रा से बाकीमोंगरा और डूमरकछार से दीपका मार्ग का इस्तेमाल कर रहे हैं. इस मार्ग की हालत मुख्य मार्ग से कुछ ठीक है.