कोरबा : डिजिटलाइजेशन के वर्तमान दौर की एक सबसे बड़ी समस्या साइबर फ्रॉड है. सब कुछ जानते हुए भी कई बार पढ़े लिखे लोग साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं. इससे बचने के उपाय छोटे तो होते हैं, लेकिन याद नहीं रहते. इन्हीं उपायों को जनता तक पहुंचाने और इस संबंध में जागरूकता फैलाने के लिए मुंबई से थिएटर कलाकारों की टोली कोरबा पहुंची. जो कि जिले के अलग-अलग स्थानों पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रही है. ये टोली लगभग एक हफ्ते से जिले में नुक्कड़ नाटक कर रही है. सभी कलाकार स्कूल, कॉलेज और सार्वजनिक स्थानों पर भी परफॉर्म कर लोगों को जागरूक कर रहे हैं, जिससे लोग भी जुड़ रहे हैं.
चुटीले अंदाज में बता रहे कैसे बचे ठगों से : थिएटर कलाकारों को को आमतौर पर संजीदा अभिनय के लिए जाना जाता है. लेकिन मुंबई से जिले में पहुंचे थिएटर आर्टिस्ट की टोली जिसमें योगेश शेट्ये, तृषांत पाते, गौरव निमकर, अमोल आगलावे, कृष्णा नवले और विशाल चव्हाण शामिल हैं. सभी बेहद कॉमेडी भरे अंदाज में लोगों को साइबर फ्रॉड से बचने का संदेश दे रहे हैं. वह नुक्कड़ नाटक नाटक के जरिए बताते हैं कि कैसे किसी उम्र दराज आदमी को एक लड़की फोन करती है और फिर अपने जाल में फंसा लेती है. जरूरतमंद लोगों को लालच देकर कहा जाता है कि आपकी लॉटरी लग गई है. फिर वह अपना ओटीपी शेयर कर देते हैं, इससे कैसे बचा जाए और अपना दिमाग कैसे इस्तेमाल किया जाए. इस संबंध में लोगों को सभी कलाकार जागरूक कर रहे हैं.
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साइबर ठगी से ऐसे बचें : नुक्कड़ नाटक में शामिल कलाकार गौरव ने बताया कि "हम क्विक हिल फाउंडेशन, कोरबा पुलिस और सेवा भारती संस्था कोरबा इनकी तरफ से पूरे कोरबा जिले में सायबर सुरक्षा के ऊपर सायबर शिक्षा फॉर सायबर सुरक्षा अभियान चला रहे हैं. नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सायबर ठगी से बचने के लिये लोगों में जनजागृति अभियान लगातार जारी है. इसमें सोशल मीडिया का इस्तेमाल कम से कम करने और OTP कभी भी शेयर ना करने की सलाह लोगों को दे रहे हैं. इस तरह के तरीके के संबंध में हम लोगों को जागरूक कर रहे हैं. लोगों से भी हमें अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. हमारा टारगेट लगभग 150 नुक्कड़ नाटक करने का है. इसके बाद हम वापस मुंबई लौट जाएंगे.''