कोरबा: लैंको पावर प्लांट में हुए हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई है. जिसके बाद प्लांट में कार्यरत आक्रोशित अन्य मजदूरों ने काम पूरी तरह से बंद कर दिया है. वो उचित मुआवजा और सुरक्षा की मांग कर रहे हैं. मजदूर दुर्गेश धैर्य की हादसे में मौत हुई है.
नाइट शिफ्ट में था दुर्गेश
मृतक दुर्गेश धैर्य ग्राम कोठारी का निवासी है. जो कि विगत 10 वर्षों से सीसीएन इंजीनियरिंग लिमिटेड नामक निजी कंपनी में कार्यरत है. यह कंपनी लैंको पावर प्लांट के अधीन पावर प्लांट के भीतर है. दुर्गेश बीती रात 8 बजे नाइट शिफ्ट करने के लिए घर से निकला था, जिसकी शुक्रवार की सुबह ऊंचाई से गिरने की वजह से मौत हो गई है. उरगा पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है और वैधानिक कार्रवाई जारी है.
स्पॉट डेथ या अस्पताल में हुई मौत यह स्पष्ट नहीं
लैंको प्रबंधन ने इस विषय में बताया कि, मजदूर ऊंचाई से गिरने के बाद कुछ देर तक जीवित था. उसे एंबुलेंस में बैठाया गया और बेहोशी की हालत में अस्पताल पहुंचाया गया. जबकि मजदूरों का कहना है कि मृत मजदूर की ऊंचाई से गिरने के बाद मौके पर ही मौत हो चुकी थी. हालांकि मृतक के शव को अब आगे की वैधानिक कार्रवाई के लिए जिला अस्पताल लाया गया है.
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18 मीटर की ऊंचाई पर पड़ा था शव
इस मामले में मजदूर की मौत के कारण परिजन संदेह व्यक्त कर रहे हैं. प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो पावर प्लांट में 18 फीट की ऊंचाई पर बने प्लेटफार्म में दुर्गेश अचेत अवस्था में पड़ा हुआ मिला था. जिसकी जानकारी साथी मजदूरों को प्रिशिसियन कंपनी के सुपरवाइजर ने दी. मृतक के साथ काम करने वाले मजदूर शम्पू कुर्रे ने बताया कि उन्हें सुपरवाइजर ने फोन करके बताया कि 18 फीट की ऊंचाई पर दुर्गेश मूर्छित अवस्था में पड़ा है. जिसे अस्पताल ले जा रहे हैं.
एक करोड़ का मुआवजा और नौकरी की मांग
मामले में मृतक के परिजन मुआवजे की मांग कर रहे हैं. मृतक दुर्गेश के भाई सुरेश धैर्य शव लेकर अस्पताल पहुंचे थे. सुरेश ने बताया कि उन्हें बताया गया कि प्लांट के भीतर ही दुर्गेश चक्कर आने के बाद गिर गए थे.लेकिन मुझे शक है कि दुर्गेश के साथ कोई हादसा हुआ है. वह पूरी तरह से स्वस्थ थे, दो छोटे-छोटे बच्चे हैं, जिनके सामने जीवन निर्वहन की समस्या खड़ी हो गई है. इसलिए हम कंपनी से 1 करोड़ रुपये का मुआवजा और परिवार के किसी एक सदस्य को स्थाई नौकरी की मांग कर रहे हैं. यदि मांग पूरी नहीं हुई तो हम आंदोलन करेंगे.
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नियमानुसार होगी कार्रवाई
इस विषय में लैंको पावर प्लांट के पीआरओ दुष्यंत तिवारी ने ईटीवी भारत को बताया कि मजदूर दुर्गेश धैर्य ठेका कंपनी में कार्यरत था. जो कि एक ठेका कर्मी के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहा था. शुक्रवार की सुबह ड्यूटी से ऑफ हो गया था. जिसके बाद वह घर जाते हुए चक्कर आने के बाद गिर गया. उसके साथ कोई हादसा नहीं हुआ है. जिसे तत्काल निजी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया था, जहां उसे मृत घोषित किया गया. मुआवजा और नौकरी संबंधित जो भी नियमानुसार कार्रवाई है, वह पूरी की जाएगी.