कोरबा: कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशसान सख्त है. कोरोना मरीजों के इलाज के दौरान इस बार अधिक मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है. ऐसे में मेडिकल ऑक्सीजन की कालाबाजारी रोकना प्रशासन के लिए चुनौती बनी हुई है. ऐसे ही एक मामले में कार्रवाई करते हुए 250 ऑक्सीजन सिलेंडर जब्त किए गए हैं.
कोरबा कलेक्टर के आदेश पर कटघोरा एसडीएम और तहसीलदार ने कार्रवाई की है. गेवरा, दीपका, कुसमुंडा एसईसीएल के विभिन्न खदानों में कार्य कर रहे निजी कंपनियों पर छापेमार कार्रवाई की गई. जिसमें कुल 250 सिलेंडर जब्त किए गए हैं. इन ऑक्सीजन सिलेंडरों का उपयोग जरूरतमंदों की जान बचाने के लिए किया जाएगा.
देश के कई बड़े राज्यों को 'सांसें' दे रहा छत्तीसगढ़, दिन-रात हो रहा ऑक्सीजन प्रोडक्शन
निजी कंपनियों के पास स्टॉक में थे सिलेंडर
औद्योगिक क्षेत्रों में ऑक्सीजन सिलेंडर का उपयोग अधिक मात्रा में किया जाता है. जिसके कारण ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी भी शुरू हो गई है. फिलहाल ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत अस्पतालों में अधिक है. ऐसे में प्रशासन ने सिलेंडर की उपलब्धता की कमी को देखते हुए कई स्थानों में और कई निजी कंपनियों पर छापा मारा है. शासन ने अलग-अलग टीम बनाकर औद्योगिक क्षेत्रों से करीब 250 सिलेंडर जब्त किए हैं.
अन्य राज्यों को ऑक्सीजन दे रहा छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमित और अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. यहां की ऑक्सीजन देश के अन्य प्रदेशों के लिए लाइफ लाइन बनी है. बीते 11 अप्रैल से 24 अप्रैल तक छत्तीसगढ़ से 2706.95 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति दूसरे राज्यों में की गई है.
11 अप्रैल से 24 अप्रैल तक कितने टन ऑक्सीजन की सप्लाई हुई ?
- छत्तीसगढ़ से कर्नाटक को 16.82 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भेजा गया.
- आंध्र प्रदेश को 176.69 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई हुई.
- मध्य प्रदेश को 801.22 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भेजा गया.
- गुजरात को 120.42 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई हुई.
- तेलंगाना को 578 मीट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई की गई
- महाराष्ट्र को 1013.8 मीट्रिक टन मेडिकल आक्सीजन की आपूर्ति की गई है.