कोरबा: शहर के इमली डुग्गू मेन रोड के एक गोदाम में 11 अगस्त की रात आग लग गई थी, जिसमें लाखों का सामान जलकर खाक हो गया था. मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही थी. जांच के दौरान पता चला कि आग लगी नहीं थी बल्कि लगाई गई थी. इस मामले में पुलिस ने आरोपी हेमंत बसौड़ को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है.
11 अगस्त की रात करीब 12 बजे व्यापारी रामशरण साहू ने कोतवाली थाने में सूचना दी थी कि उसके इमली डुग्गू इलाके में स्थित गोदाम में आग लग गई है. आग इतनी भयानक थी कि उसे बुझाने में 4 घंटे से भी ज्यादा का समय लग गया था. गोदाम के मालिक ने बताया कि करीब 6 लाख का माल जलकर खाक हो गया है. पुलिस को प्रथम दृष्टया ये मान रही थी कि आग किसी टेक्निकल कारणों से लगी होगी.
CCTV की मदद से पकड़ा गया आरोपी
पुलिस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर जांच कर रही थी. जांच के दौरान पुलिस को CCTV में आगजनी की घटना के दौरान एक आदमी वहां मौजूद दिखाई दिया. CCTV के इनपुट से पुलिस ने संदिग्ध आरोपी की पतासाजी शुरू की और आरोपी को पकड़ने में कामयाबी हासिल की. कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी हेमंत ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
घरों में CCTV लगाने की अपील
कोतवाली थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा ने बताया कि इस मामले की जांच में सबसे अहम भूमिका मिशन सिक्योर सिटी की रही. दरअसल जिला पुलिस सभी नागरिकों को इस मिशन के तहत CCTV कैमरे लगाने पर जोर दे रही है. दुर्गेश शर्मा ने बताया कि इससे हर घटना दुर्घटना पर पुलिस को जांच में सुविधा होती है. इस घटना में भी इस मिशन के तहत CCTV कैमरा लगाया गया था, जिससे इस मामले को सुलझाने में कामयाबी मिली.