कोरबा: जिले में नए एसपी के कमान संभालते ही खाकी लगातार एक्टिव नजर आ रही है. अवैध कारोबार और तस्करी करने वाले आरोपियों पर कार्रवाई की जा रही है. एक दिन पहले कुसमुंडा थाना पुलिस ने 700 लीटर अवैध डीजल को जब्त किया था. कुसमुंडा पुलिस की 5 दिन के भीतर यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है. इससे पहले 3 जुलाई को भी 250 लीटर डीज़ल पकड़ा गया था. इस तरह 5 दिनों के अंदर 950 लीटर डीजल जब्त किया है. पुलिस ने कुल 10 डीजल चोरों को गिरफ्तार किया है.
मुखबिर से मिली थी सूचना
कुसमुंडा थाना पुलिस ने डीज़ल चोरी करने वाले 10 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस की माने तो मुखबिर से सूचना मिली कि, 7 जुलाई को एसईसीएल कुसमुंडा खदान में खड़ी डंपर वाहनों से कुछ लोग डीजल चोरी कर रहे हैं. सूचना पर तत्काल कुसमुंडा थाना पुलिस के उपनिरीक्षक शिवकुमार धारी के नेतृत्व में टीम ने ग्राम खोडरी में घेराबंदी शुरू की. जहां पर कुछ लोग केन में डीजल भरकर ले जाते हुए दिखाई दिए.
शातिर चोर गिरोह का पर्दाफाश, सूने मकान और खाली खेत को करते थे टारगेट
पुलिस को देख डीज़ल चोरी करने वाले आरोपी भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन पुलिस ने सभी को पकड़ लिया. आरोपियों में सहदेव खरे, सुरेश चंद्र, सूरज कुमार, जगमोहन गोस्वामी, छोटेलाल रोहिदास, जवाहरलाल रात्रे, ओम प्रकाश पटेल, पुष्पेंद्र साहू, रमेश कुमार पाटले, दयानंद सारथी शामिल है.
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 950 लीटर डीजल जब्त किया है, जिसकी कीमत लगभग 91,000 रूपये आंकी गई है. सभी आरोपी अभी न्यायिक रिमांड पर हैं.
इलाके में लंबे समय से सक्रिय हैं डीजल चोर
दीपका और कुसमुंडा देश की दो सबसे बड़ी ओपन कास्ट कोल माइन्स हैं. यहां कोयला उत्खनन के लिए बड़े-बड़े वाहन का उपयोग किया जाता है. जिनमें प्रतिदिन सैकड़ों लीटर डीजल की आवश्यकता होती है. डीजल चोर आधी रात खदान में घुसकर चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं. इसके लिए एक पूरा रैकेट काम करता है.