कोंडागांव: छत्तीसगढ़ सरकार ने बड़े पैमाने पर IFS अधिकारियों का तबादला किया है. केशकाल वन मंडलाधिकारी धम्मशील गणवीर का भी ट्रांसफर कर दिया गया है. केशकाल से दुर्ग भेज दिया गया है. केशकाल में उनकी जगह रायपुर वनमंडल के डीएफओ बीएस ठाकुर की पदस्थापना हुई है. केशकाल वन मंडल अंतर्गत कई इलाके के लोग तबादले से नाखुश हैं. तबादले का लोगों ने विरोध किया है. तबादले को रोकने की मांग की है.
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केशकाल इलाके के 10-15 गांव के लोग सैकड़ों की संख्या में केशकाल बस स्टैंड पहुंचकर धरना दिया. डीएफओ का ट्रांसफर रोकने के लिए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. इसके बाद ग्रामीणों ने विधायक सन्तराम नेताम के निज सहायक को भी ज्ञापन सौंपकर तबादला रुकवाने की मांग की है.
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धम्मशील गणवीर के तबादले से ग्रामीण नाराज
भाजपा सरकार के दौरान 2017 में भी वन मंडलाधिकारी धम्मशील गणवीर केशकाल वन मंडल में पदस्थ थे, लेकिन उस समय भी केवल 3 महीने में ही तबादला कर दिया गया था. इसकी खास वजह इनकी ईमानदारी थी, जिसके बाद दोहारा जून 2020 में डीएफओ धम्मशील गणवीर को केशकाल वन मंडल की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.
मुख्यमंत्री और वन मंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
डीएफओ के तबादले पर रोक लगवाने के लिए खल्लारी से कुछ ग्रामीण और जनप्रतिनिधि रायपुर भी गए थे. इस विषय पर खल्लारी के सरपंच प्रतिनिधि शिवराम सलाम ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री और वन मंत्री को ज्ञापन सौंपा है. इसके बाद भी तबादला नहीं रोका जाता है, तो धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.
ग्रामीणों को मिला आश्वासन
विधायक संतराम नेताम फिलहाल रायपुर के दौरे पर हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से इस विषय पर चर्चा कर उन्हें अवगत भी करवाया है. विधायक सन्तराम नेताम ने ग्रामीणों की मांग को लेकर आश्वासन दिया है. डीएफओ का तबादला रुकवाने का हर संभव प्रयास करने की बात कही है.
मंगलवार को आए आदेश के अनुसार केशकाल वनमंडलाधिकारी धम्मशील गणवीर का ट्रांसफर दुर्ग हो गया है. वहीं उनकी जगह रायपुर वनमंडल के डीएफओ बीएस ठाकुर को केशकाल की कमान सौंपी गई है. लेकिन ग्रामीण इस आदेश का विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है. साथ ही चेतावनी भी दी है कि अगर तबादला नहीं रोका गया तो बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
क्यों हो रहा विरोध?
केशकाल वनमण्डलाधिकारी धम्मशील गणवीर ने अपने कार्यकाल में कई विकास के काम किए हैं. केशकाल वनमण्डल अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि कुएंमारी, उपरबेदी, मांझीनगढ़, टाटामारी में डीएफओ धम्मशील गणवीर ने व्यापक पैमाने पर विकासकार्यों की शुरुआत की है. आने वाले समय मे केशकाल वनमंडल के अंतर्गत कई पर्यटन स्थलों का कायाकल्प होने वाला था. लेकिन डीएफओ के तबादले की खबर आ गई. जिसके बाद ग्रामीणों ने सरकार का विरोध शुरू कर दिया.
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साल 2017 में भी बीजेपी सरकार के दौरान वनमंडलाधिकारी धम्मशील गणवीर केशकाल वनमंडल में पदस्थ थे. लेकिन केवल 3 महीने में ही तबादला कर दिया गया था. इसकी खास वजह उनकी ईमानदारी को माना जाता है. वर्तमान में भी केशकाल वनमंडल का कार्यभार संभालते हुए उन्होंने कई काम किए हैं. जिनमें वनमंडल क्षेत्र अंतर्गत सभी कार्यों का भुगतान करना, भुगतान में पारदर्शिता बरतना शामिल है. इसके साथ ही मजदूरों को समय पर उनकी मजदूरी का भुगतान भी मिल रहा था.