कोंडागांव: नक्सली मोर्चे पर सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है. यहां 16 लाख के इनामी दो नक्सलियों ने सरेंडर किया है. सरेंडर करने वालों में एक महिला नक्सली भी शामिल है. नक्सली हिंसा को छोड़कर मुख्य धारा में लौटकर आए दोनों नक्सलियों का पुलिस ने स्वागत किया है.
सरेंडर करने वाले दोनों नक्सली मिलिट्री कंपनी नंबर 6 के प्लाटून डिप्टी कमाण्डर और एक सेक्शन सदस्य थे. दोनों ने कोण्डागांव पुलिस अधीक्षक के समक्ष आत्मसमर्पण किया. सरेंडर करने वाले दोनों नक्सली पिछले कई वर्षों से कोण्डागांव, नारायणपुर, बीजापुर, जगदलपुर, कांकेर के सरहदी क्षेत्रों में कई बड़ी घटनाओं में शामिल थे. लंबे समय से पुलिस को तलाश थी. पुलिस ने इन दोनों पर 8-8 लाख का इनाम भी घोषित किया था.
नक्सल हिंसा को छोड़ मुख्यधारा में लौटे नक्सली
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी, उप पुलिस महानिरीक्षक उत्तर बस्तर रेंज कांकेर डॉ. संजीव शुक्ला के मार्गदर्शन और पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव सिद्धार्थ तिवारी के नेतृत्व में नक्सल विरोधी अभियान बहुआयामी तरीकों से चलाये जा रहे हैं. जिसके परिणाम स्वरूप नक्सलियों के पूर्वी बस्तर डिवीजन की मिलिट्री कम्पनी नंबर 6 के प्लाटून डिप्टी कमांडर नागेश उर्फ बुधरू बैंजाम और और सेक्शन कमांडर उर्मिला उर्फ सुकमति उसेण्डी ने शासन की नीतियों पर विश्वास जताते पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव सिद्धार्थ तिवारी के समक्ष उपस्थित होकर आत्मसमर्पण की इच्छा जाहिर की. जिसपर उनके इस साहसिक कदम पर छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसर्पण नीति के तहत प्रोत्साहन राशि स्वरूप दोनो को नगद 10-10 हजार की राशि प्रदान की गई. वहीं योजना के तहत अन्य लाभ प्रदान करने के लिए प्रस्ताव भेजे गए.
किस्टाराम एरिया में बाल संगठन में भर्ती होकर सक्रिय रहा है नागेश
आत्मसमर्पित नक्सली नागेश उर्फ बुधरू बैंजाम वर्ष 2005 में किस्टाराम एरिया में बाल संगठन में भर्ती होकर सुकमा, बीजापुर,नारायणपुर, कोण्डागांव क्षेत्र के विभिन्न दलम में सक्रिय रहते हुए वर्तमान में कम्पनी नंबर 06 के प्लाटून डिप्टी कमाण्डर में रहते कार्य कर रहा था. जिसके बाद शासन की नीतियों से प्रभावित होकर उसने आत्मसमर्पण किया.