कोंडागांव: छत्तीसगढ़ की प्रमुख स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक कुपोषण को जड़ से समाप्त करने के लिए प्रदेश सरकार की सुपोषण मिशन योजना का माहात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर जिला प्रशासन ने शुरुआत की है. आयोजन में लोगों को कुपोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ने की शपथ दिलाई गई.
गांधी जयंती के मौके पर जिला प्रशासन ने कुपोषण उन्मूलन को लेकर फरसगांव के हॉस्पिटल मैदान में आयोजन किया गया था. विभिन्न्न समूहों के लिए स्थानीय उत्पाद मेले का भी आयोजन किया गया. कुपोषण से निपटने के लिए व्यापक रणनीति बनाई गई है. जिसमें जनप्रतिनिधि, स्वंयसेवी संगठन, सर्व समाज प्रमुख मांझी, गायता और वैद्यों का भी सहयोग लिया जा रहा है.
कुपोषण वर्तमान में जिले की प्रमुख स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है. एक सर्वे के अनुसार जिले में 21 हजार बच्चे और 60 हजार महिलाएं कुपोषण और एनीमिया से ग्रस्त हैं. महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों को चिन्हांकित कर लिया गया है. गांव-गांव में हीमोग्लोबिन टेस्ट के लिए शिविर लगाए जा रहे हैं. जैसे-जैसे चिन्हांकन की प्रक्रिया पूरी होगी. हितग्राहियों को योजना में शामिल कर लाभान्वित किया जायेगा .
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बस्तर के संभागायुक्त अमृत खलखो ने कहा कि 'वर्तमान में कुपोषण जिले की प्रमुख स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है. इससे निपटने के लिए व्यापक रणनीति बनाकर जिले को करेंगे कुपोषण मुक्त बनाएंगे'.