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कोंडागांव: कुपोषण मुक्ति के लिए अभियान का आगाज, प्रशासन ने लोगों को दिलाई शपथ

माहात्मा गांधी की 150 वीं जयंती पर जिला प्रशासन ने कुपोषण से मुक्ती के लिए सुपोषण मिशन योजना शुरू की है.

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Published : Oct 2, 2019, 8:46 PM IST

Updated : Oct 2, 2019, 11:22 PM IST

कोंडागांव: छत्तीसगढ़ की प्रमुख स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक कुपोषण को जड़ से समाप्त करने के लिए प्रदेश सरकार की सुपोषण मिशन योजना का माहात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर जिला प्रशासन ने शुरुआत की है. आयोजन में लोगों को कुपोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ने की शपथ दिलाई गई.

गांधी जयंती के मौके पर जिला प्रशासन ने कुपोषण उन्मूलन को लेकर फरसगांव के हॉस्पिटल मैदान में आयोजन किया गया था. विभिन्न्न समूहों के लिए स्थानीय उत्पाद मेले का भी आयोजन किया गया. कुपोषण से निपटने के लिए व्यापक रणनीति बनाई गई है. जिसमें जनप्रतिनिधि, स्वंयसेवी संगठन, सर्व समाज प्रमुख मांझी, गायता और वैद्यों का भी सहयोग लिया जा रहा है.

कुपोषण वर्तमान में जिले की प्रमुख स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है. एक सर्वे के अनुसार जिले में 21 हजार बच्चे और 60 हजार महिलाएं कुपोषण और एनीमिया से ग्रस्त हैं. महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों को चिन्हांकित कर लिया गया है. गांव-गांव में हीमोग्लोबिन टेस्ट के लिए शिविर लगाए जा रहे हैं. जैसे-जैसे चिन्हांकन की प्रक्रिया पूरी होगी. हितग्राहियों को योजना में शामिल कर लाभान्वित किया जायेगा .

पढे़ं : जांजगीर चांपा: शहरों के धूम से दूर गांवों में इस अंदाज में मनाया जा रहा नवरात्र का पर्व

बस्तर के संभागायुक्त अमृत खलखो ने कहा कि 'वर्तमान में कुपोषण जिले की प्रमुख स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है. इससे निपटने के लिए व्यापक रणनीति बनाकर जिले को करेंगे कुपोषण मुक्त बनाएंगे'.

कोंडागांव: छत्तीसगढ़ की प्रमुख स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक कुपोषण को जड़ से समाप्त करने के लिए प्रदेश सरकार की सुपोषण मिशन योजना का माहात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर जिला प्रशासन ने शुरुआत की है. आयोजन में लोगों को कुपोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ने की शपथ दिलाई गई.

गांधी जयंती के मौके पर जिला प्रशासन ने कुपोषण उन्मूलन को लेकर फरसगांव के हॉस्पिटल मैदान में आयोजन किया गया था. विभिन्न्न समूहों के लिए स्थानीय उत्पाद मेले का भी आयोजन किया गया. कुपोषण से निपटने के लिए व्यापक रणनीति बनाई गई है. जिसमें जनप्रतिनिधि, स्वंयसेवी संगठन, सर्व समाज प्रमुख मांझी, गायता और वैद्यों का भी सहयोग लिया जा रहा है.

कुपोषण वर्तमान में जिले की प्रमुख स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है. एक सर्वे के अनुसार जिले में 21 हजार बच्चे और 60 हजार महिलाएं कुपोषण और एनीमिया से ग्रस्त हैं. महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों को चिन्हांकित कर लिया गया है. गांव-गांव में हीमोग्लोबिन टेस्ट के लिए शिविर लगाए जा रहे हैं. जैसे-जैसे चिन्हांकन की प्रक्रिया पूरी होगी. हितग्राहियों को योजना में शामिल कर लाभान्वित किया जायेगा .

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बस्तर के संभागायुक्त अमृत खलखो ने कहा कि 'वर्तमान में कुपोषण जिले की प्रमुख स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है. इससे निपटने के लिए व्यापक रणनीति बनाकर जिले को करेंगे कुपोषण मुक्त बनाएंगे'.

Intro:कुपोषण वर्तमान में जिले की प्रमुख स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है और इससे निपटने के लिए व्यापक रणनीति बना जिले को करेंगे कुपोषण मुक्त - कलेक्टरBody:कोण्डागांव जिले ने राष्ट्रीय स्तर पर आकांक्षी जिला के रुप में नई उपलब्धि अर्जित कर पूरे बस्तर संभाग को गौरवान्वित किया है।गांधी जयंती के उपलक्ष्य में जिला प्रशासन द्वारा कुपोषण उन्मूलन हेतु प्रभावशाली आयोजन फरसगांव के हॉस्पिटल मैदान में किया गया । जिसमें संभागायुक्त अमृत खलखो ने कहा कि कुपोषण जैसे सामाजिक कुरीतियों के निदान में शासन के साथ-साथ समाज के प्रत्येक वर्ग का सक्रिय सहयोग जरुरी है। राष्ट्रपिता के 150 वीं वर्षगाठ पर समाज का प्रत्येक व्यक्ति कुपोषण मिटाने का संकल्प लेवे। इस अवसर पर जन-जन तक कुपोषण मिटाने का संदेश पहुंचाना सभी का महत्वपूर्ण दायित्व है।

बाइट_अमृत खलखो, संभागायुक्त, बस्तरConclusion:कुपोषण वर्तमान में जिले की प्रमुख स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है और इससे निपटने के लिए व्यापक रणनीति बनाई गई है जिसमें जनप्रतिनिधि, स्वंयसेवी संगठन, सर्व समाज प्रमुख मांझी, गायता एवं वैद्यराजो का भी सहयोग लिया जा रहा है। स्वस्थ सुपोषित समाज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जीवन दर्शन था एवं इसकी उपयोगिता सदैव बनी रहेगी।
संपूर्ण जिले में एक अध्ययन के अनुसार 21 हजार बच्चे और 60 हजार महिलाऐं कुपोषण एवं एनीमिया से ग्रस्त है। इसे देखते हुए महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन कर लिया गया है और गांव-गांव में हीमोग्लोबिन टेस्ट के लिए शिविर लगाये जा रहे है, जैसे-जैसे चिन्हांकन की प्रक्रिया पूरी होती जायेगी ऐसे हितग्राहियों को चरणबद्ध रुप से अभियान में शामिल कर लाभान्वित किया जायेगा। इस अवसर पर विभिन्न्न समूहों द्वारा स्थानीय उत्पाद मेले का भी आयोजन किया गया।
Last Updated : Oct 2, 2019, 11:22 PM IST
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