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कोंडागांव : शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार, सरपंच के खिलाफ ग्रामीणों ने खोला मोर्चा

पंचायत चुनाव से ठीक पहले ग्राम पंचायत के वार्ड पंचों ने सरपंच के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. सरपंच पर शौचालय निर्माण में अनियमितता और भ्रष्टाचार के आरोप हैं. ग्रामीणों ने भी इसकी शिकायत जिला कलेक्टर और जिला पंचायत CEO से की है.

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Published : Jan 2, 2020, 7:48 PM IST

Updated : Jan 2, 2020, 9:51 PM IST

सरपंच पर शौचालय निर्माण में लाखों रुपए की गड़बड़ी का आरोप
सरपंच पर शौचालय निर्माण में लाखों रुपए की गड़बड़ी का आरोप

कोंडागांव: शौचालय निर्माण में गड़बड़ी की शिकायतों का अंबार लगा हुआ है. कहीं आधा अधूरा शौचालय निर्माण कर सरपंच-सचिव ने पूरी रकम निकाल ली है, तो कई पंचायतों में सरपंच-सचिव ने मिलकर ग्रामीणों को मिलने वाली राशि को ही डकार लिए हैं. ऐसे ही मामले को लेकर बड़े राजपुर के ग्राम पंचायत बाड़ागांव के ग्रामीण शिकायत करने जिला मुख्यालय पहुंचे. उन्होंने जिला कलेक्टर और जिला पंचायत CEO से इसकी शिकायत की है.

शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार, सरपंच के खिलाफ ग्रामीणों ने खोला मोर्चा

ग्रामीणों के मुताबिक कलेक्टर ने उचित कार्रवाई का आश्वासन देते हुए ग्रामीणों के आवेदन को जिला पंचायत CEO के पास कार्रवाई के लिए भेजा है.

सरपंच पर भ्रष्टाचार का आरोप
ग्राम पंचायत बाड़ागांव में शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार का मामला एक बार फिर सामने आया है. आरोप है कि सरपंच ने लाखों रुपए का गबन किया है. दरअसल यहां 342 शौचालयों का निर्माण हुआ था. वहीं स्वच्छ भारत मिशन के तहत 342 हितग्राहियों की लगभग 41 लाख रुपए शासन की ओर से भेजा गया है, जिस राशि को सरपंच ने निकालकर खुद अपने पास रख लिया है. इसके कारण ग्रामीण सरपंच के कार्यालय का महीनों से चक्कर काट रहे हैं.

नहीं हुई कार्रवाई
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत बाड़ागांव सरपंच के खिलाफ कई भ्रष्टाचार के मामलों की शिकायत की जा चुकी है, लेकिन प्रशासन की ओर से इस पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सरपंच ने हितग्राहियों का लगभग 41 लाख रुपए की हेराफेरी की है. इसकी शिकायत 8-9 महीने से ग्रामीण जिले के अधिकारियों से कर रहे है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

ग्रामीणों में आक्रोश
ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारी जांच के दौरान ग्रामीणों तक नहीं पहुंच पाते, जिसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है. ग्रामीणों का आरोप है कि जांच अधिकारी महज खानापूर्ति करके चले जाते हैं.

पंचों ने सरपंच के खिलाफ खोला मोर्चा
पंचायत चुनाव से ठीक पहले ग्राम पंचायत के वार्ड पंचों ने सरपंच के शौचालय निर्माण और अन्य निर्माण कार्यों में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वार्ड पंचों ने बताया कि सरपंच ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण में गरीब ग्रामीणों की रकम को डकार लिया है.

पढ़े: नल-जल योजना : पानी टंकी निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप, ध्यान नहीं दे रहे अधिकारी

बताया जा रहा है कि जिला मुख्यालय से 80 किलोमीटर दूर होने के बावजूद ग्रामीण अपने खर्चे से तीन बार वहां पहुंचकर कलेक्टर और जिला पंचायत CEO से मुलाकात कर शिकायत कर चुके हैं. इसके अलावा जनपद पंचायत बड़े राजपुर का कई बार चक्कर काट चुके हैं. उनका आरोप है कि बड़े राजपुर जनपद पंचायत के CEO ने ग्रामीणों की शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया. इसके कारण उन्हें जिला मुख्यालय का चक्कर काटना पड़ रहा है. वहीं अब ग्रामीण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से राजधानी जाकर शिकायत करने की तैयारी में हैं.

कोंडागांव: शौचालय निर्माण में गड़बड़ी की शिकायतों का अंबार लगा हुआ है. कहीं आधा अधूरा शौचालय निर्माण कर सरपंच-सचिव ने पूरी रकम निकाल ली है, तो कई पंचायतों में सरपंच-सचिव ने मिलकर ग्रामीणों को मिलने वाली राशि को ही डकार लिए हैं. ऐसे ही मामले को लेकर बड़े राजपुर के ग्राम पंचायत बाड़ागांव के ग्रामीण शिकायत करने जिला मुख्यालय पहुंचे. उन्होंने जिला कलेक्टर और जिला पंचायत CEO से इसकी शिकायत की है.

शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार, सरपंच के खिलाफ ग्रामीणों ने खोला मोर्चा

ग्रामीणों के मुताबिक कलेक्टर ने उचित कार्रवाई का आश्वासन देते हुए ग्रामीणों के आवेदन को जिला पंचायत CEO के पास कार्रवाई के लिए भेजा है.

सरपंच पर भ्रष्टाचार का आरोप
ग्राम पंचायत बाड़ागांव में शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार का मामला एक बार फिर सामने आया है. आरोप है कि सरपंच ने लाखों रुपए का गबन किया है. दरअसल यहां 342 शौचालयों का निर्माण हुआ था. वहीं स्वच्छ भारत मिशन के तहत 342 हितग्राहियों की लगभग 41 लाख रुपए शासन की ओर से भेजा गया है, जिस राशि को सरपंच ने निकालकर खुद अपने पास रख लिया है. इसके कारण ग्रामीण सरपंच के कार्यालय का महीनों से चक्कर काट रहे हैं.

नहीं हुई कार्रवाई
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत बाड़ागांव सरपंच के खिलाफ कई भ्रष्टाचार के मामलों की शिकायत की जा चुकी है, लेकिन प्रशासन की ओर से इस पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सरपंच ने हितग्राहियों का लगभग 41 लाख रुपए की हेराफेरी की है. इसकी शिकायत 8-9 महीने से ग्रामीण जिले के अधिकारियों से कर रहे है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

ग्रामीणों में आक्रोश
ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारी जांच के दौरान ग्रामीणों तक नहीं पहुंच पाते, जिसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है. ग्रामीणों का आरोप है कि जांच अधिकारी महज खानापूर्ति करके चले जाते हैं.

पंचों ने सरपंच के खिलाफ खोला मोर्चा
पंचायत चुनाव से ठीक पहले ग्राम पंचायत के वार्ड पंचों ने सरपंच के शौचालय निर्माण और अन्य निर्माण कार्यों में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वार्ड पंचों ने बताया कि सरपंच ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण में गरीब ग्रामीणों की रकम को डकार लिया है.

पढ़े: नल-जल योजना : पानी टंकी निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप, ध्यान नहीं दे रहे अधिकारी

बताया जा रहा है कि जिला मुख्यालय से 80 किलोमीटर दूर होने के बावजूद ग्रामीण अपने खर्चे से तीन बार वहां पहुंचकर कलेक्टर और जिला पंचायत CEO से मुलाकात कर शिकायत कर चुके हैं. इसके अलावा जनपद पंचायत बड़े राजपुर का कई बार चक्कर काट चुके हैं. उनका आरोप है कि बड़े राजपुर जनपद पंचायत के CEO ने ग्रामीणों की शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया. इसके कारण उन्हें जिला मुख्यालय का चक्कर काटना पड़ रहा है. वहीं अब ग्रामीण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से राजधानी जाकर शिकायत करने की तैयारी में हैं.

Intro:जिले में शौचालय निर्माण में गड़बड़ी की शिकायतों का अंबार लगा है। कहीं आधा अधूरा शौचालय निर्माण कर सरपंच सचिव ने पूरी रकम निकाल ली तो कई पंचायतों मे सरपंच सचिव के द्वारा मिलकर ग्रामीणों को मिलने वाली राशि को ही हजम कर लिया गया। ऐसे ही मामले को लेकर बड़े राजपुर के ग्राम पंचायत बाड़ागांव के ग्रामीण शिकायत करने जिला मुख्यालय पहुंचे तथा यहां जिला कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ से मिलकर शिकायत की।
Body:ग्रामीणों के मुताबिक कलेक्टर ने उचित कार्यवाही का आश्वासन देते हुए ग्रामीणों के आवेदन को जिला पंचायत सीईओ के पास कार्यवाही हेतु भेजा है।
ग्राम पंचायत बाड़ागांव में शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार का मामला प्रकाश में आया है। जहां सरपंच के द्वारा लाखों रुपए का गबन किया गया है। यहां 342 शौचालयों का निर्माण हुआ था। स्वच्छ भारत मिशन के तहत 342 हितग्राहियों की लगभग 41 लाख रुपए पंचायत के शासन के द्वारा भेजा गया है। उक्त राशि को सरपंच ने निकालकर स्वयं अपने पास रख लिया है। ग्रामीण सरपंच का महीनों से चक्कर काट रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत बाड़ागांव का सरपंच के खिलाफ कई बार अनेक भ्रष्टाचार के मामलों की शिकायत की जा चुकी है पर प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं कि जा रही है। सरपंच के द्वारा हितग्राहियों का लगभग एक 41 लाख रुपए को हेरा फेरी कर लिया गया है। जिसकी शिकायत 8- 9 महीने से ग्रामीण जिले के अधिकारियों से कर रहे हैं किंतु प्रशासन कार्यवाही को तैयार नहीं है।आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारी जांच में ग्रामीणों तक नहीं पहुंच पाते जिसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों का आरोप है कि जांच अधिकारी महज खानापूर्ति करके चले जाते हैं।Conclusion:ठीक पंचायत चुनाव से पूर्व ग्राम पंचायत के वार्ड पंचों ने सरपंच के द्वारा शौचालय निर्माण एवं अन्य निर्माण कार्यो में गड़बड़ी एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वार्ड पंचो ने बताया कि सरपंच के द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण में गरीब ग्रामीणों की रकम को डकार लिया गया है जिसकी शिकायत कलेक्टर कोंडागांव, जिला पंचायत सीईओ एवं जनपद पंचायत के सीईओ से कई बार की जा चुकी है। जिला मुख्यालय 80 किलोमीटर दूर होने के बावजूद ग्रामीण अपने खर्चे से तीन बार वहां पहुंचकर कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ से रूबरू मुलाकात कर शिकायत कर चुके हैं। इसके अलावा जनपद पंचायत बड़े राजपुर का कई बार चक्कर काट चुके हैं। बड़े राजपुर जनपद पंचायत के सीईओ के द्वारा ग्रामीणों की शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया जिसके चलते उन्हें जिला मुख्यालय का चक्कर काटना पड़ रहा है। अब ग्रामीण क्षुब्ध धोकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से राजधानी जाकर शिकायत करने की तैयारी मे लगे हैं।
Last Updated : Jan 2, 2020, 9:51 PM IST
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