कोंडागांव: विश्रामपुरी थाना क्षेत्र पेंड्रावन गांव के क्वॉरेंटाइन सेंटर से भागने वाले 2 श्रमिकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है. करीब डेढ़ महीने पहले महाराष्ट्र से आये प्रवासी श्रमिकों को पेंड्रावन गांव के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया था. इसी बीच वहां से देर रात दो श्रमिक क्वॉरेंटाइन सेंटर प्रभारी को बिना कोई सूचना दिए दीवार फांद फरार हो गए थे.
जिसके बाद क्वॉरेंटाइन सेंटर प्रभारी ने इसकी शिकायत पुलिस से की थी. जिसके बाद पुलिस ने महामारी अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध कर फरार श्रमिकों की पतासाजी कर रही थी. बाद में दोनों श्रमिकों की जानकारी मिलने के बाद उन्हें पकड़कर पहले 14 दिनों आइसोलेशन में रखा गया. बाद में दोनों को कोर्ट में पेश किया गया है.
विश्रामपुरी थाना प्रभारी भापेंद्र साहू ने बताया कि अपराध पंजीबद्ध होने के बाद पुलिस टीम गठित कर दोनों श्रमिकों की पतासाजी कर रही थी. मजदूरों के पकड़ में आने के बाद कोंडागांव के क्वॉरेंटाइन सेंटर में 14 दिनों तक उन्हें आइसोलेशन में रखा गया था और आइसोलेशन की अवधि समाप्त होने के बाद 16 जुलाई (गुरुवार) को दोनों युवकों को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया.
अन्य जिलों से मिली थी शिकायतें
बता दें, इससे पहले भी प्रदेश के कई जिलों के क्वॉरेंटाइन सेंटरों से मजदूरों की भागने के केस आ चुके हैं. शिकायत के बाद पुलिस ने फरार हुए सभी श्रमिकों के खिलाफ कार्रवाई भी की है. वहीं कई ग्रामीणों की क्वॉरेंटाइन सेंटर में अपने परिजनों से मिलने के लिए सेंटर के अंदर घुसने की शिकायतें भी आई थी.