ETV Bharat / state

कोंडागांव: शिशुपाल सोरी ने 'गढ़कलेवा' का किया शुभारंभ, छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का मिलेगा चटखारा

कोंडागांव में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर धनकुल एथेनिक ईको रिसाॅर्ट का उद्घाटन किया. रिसाॅर्ट का उद्घाटन संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी ने किया. इस रिसाॅर्ट में चीला, ठेठरी, खुरमी, फरा, बड़ा, चैसेला जैसे पारम्परिक छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का लोग स्वाद ले सकेंगे.

author img

By

Published : Aug 16, 2020, 6:11 AM IST

Updated : Aug 16, 2020, 10:08 AM IST

parliamentary-secretary-shishupala-sori-inaugurated-dhankul-athenic-resort-in-kondagaon
शिशुपाल सोरी ने 'गढ़कलेवा' का किया शुभारंभ

कोंडागांव: स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी ने धनकुल एथेनिक ईको रिसाॅर्ट का उद्घाटन किया. इस रिसाॅर्ट को गढ़कलेवा का नाम दिया गया है. जहां छत्तीसगढ़ के पारम्परिक व्यंजनों का विक्रय किया जाएगा. गढ़कलेवा में चीला, ठेठरी, खुरमी, फरा, बड़ा, चैसेला जैसे पारम्परिक छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का लोग स्वाद ले सकेंगे. इस दौरान शिशुपाल सोरी ने कहा कि धनकुल रिसाॅर्ट बस्तर संस्कृति को लोगों तक पहुंचाने का माध्यम बनेगा.

संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी ने धनकुल एथेनिक रिसाॅर्ट की खूब प्रशंसा की. सोरी ने कहा कि बस्तर की जनजातीय संस्कृति अपने आप में अनूठी है. जिसका अध्ययन करने देश-विदेश से प्रबुद्ध लोग बस्तर आया करते थे, लेकिन कुछ वर्षों से नक्सलियों के दंश से पर्यटकों का बस्तर प्रवास कम हो गया है. ऐसे में नगर के पास इस प्रकार के ईको एथेनिक रिसाॅर्ट के निर्माण से न सिर्फ आने वाले पर्यटकों, बल्कि नगर के निवासियों को बस्तर की संस्कृति को जानने का अवसर मिलेगा.

शिशुपाल सोरी ने छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का लिया आनन्द

साथ ही उन्होंने कहा कि यह रिसाॅर्ट अपने आप में अनोखी विशेषताएं समेटे हुए है. यहां एक ओर इसमें ग्रामीण परिवेश में रह कर लोगों को संस्कृति को निकट से जानने का अवसर प्राप्त होगा. वहीं दूसरी ओर उन्हें स्थानिय पारम्परिक व्यंजनों का उचित दर पर स्वाद भी मिलेगा. इस अवसर पर शिशुपाल सोरी ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के साथ ठेठरी, अनरसा, बड़ा, मुररा लड्डू, चैसेला, चीला जैसे व्यंजनों का आनन्द लिया.

समूह की महिलाओं को मिलेगा रोजगार

गढ़कलेवा में खाजा, बीड़िया, पिडीया, देहरौरी, पपची, ठेठरी, खुर्मी, ननकी या अदौरी बरी, रखिया बरी, कांहरा बरी, मुरई बरी, उड़द दाल, मूंग दाल और साबूदाना के पापड़ मसाला युक्त मिर्ची, बिजौरी, लाइबरी जैसे 22 तरह के स्थानीय पारम्परिक व्यंजनों का स्वाद मिलेगा. इस गढ़कलेवा का संचालन जय माॅ दुर्गा स्व-सहायता समूह की 11 महिलाएं करेंगी. इस समूह की महिलाओं को इससे रोजगार प्राप्त होगा, जबकि लोगों को स्वादिष्ट और पारम्परिक विधियों से बना स्वच्छ स्वल्पाहार मिलेगा.

कलेक्टर समेत कई अधिकारी-कर्मचारी रहे मौजूद

बता दें कि इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम, कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी, सीईओ जिला पंचायत डीएन कश्यप, एसडीएम पवन कुमार प्रेमी, डिप्टी कलेक्टर बीआर ध्रुव, गौतम पाटिल, धनंजय नेताम, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास जीआर सोरी सहित अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे.

कोंडागांव: स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी ने धनकुल एथेनिक ईको रिसाॅर्ट का उद्घाटन किया. इस रिसाॅर्ट को गढ़कलेवा का नाम दिया गया है. जहां छत्तीसगढ़ के पारम्परिक व्यंजनों का विक्रय किया जाएगा. गढ़कलेवा में चीला, ठेठरी, खुरमी, फरा, बड़ा, चैसेला जैसे पारम्परिक छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का लोग स्वाद ले सकेंगे. इस दौरान शिशुपाल सोरी ने कहा कि धनकुल रिसाॅर्ट बस्तर संस्कृति को लोगों तक पहुंचाने का माध्यम बनेगा.

संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी ने धनकुल एथेनिक रिसाॅर्ट की खूब प्रशंसा की. सोरी ने कहा कि बस्तर की जनजातीय संस्कृति अपने आप में अनूठी है. जिसका अध्ययन करने देश-विदेश से प्रबुद्ध लोग बस्तर आया करते थे, लेकिन कुछ वर्षों से नक्सलियों के दंश से पर्यटकों का बस्तर प्रवास कम हो गया है. ऐसे में नगर के पास इस प्रकार के ईको एथेनिक रिसाॅर्ट के निर्माण से न सिर्फ आने वाले पर्यटकों, बल्कि नगर के निवासियों को बस्तर की संस्कृति को जानने का अवसर मिलेगा.

शिशुपाल सोरी ने छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का लिया आनन्द

साथ ही उन्होंने कहा कि यह रिसाॅर्ट अपने आप में अनोखी विशेषताएं समेटे हुए है. यहां एक ओर इसमें ग्रामीण परिवेश में रह कर लोगों को संस्कृति को निकट से जानने का अवसर प्राप्त होगा. वहीं दूसरी ओर उन्हें स्थानिय पारम्परिक व्यंजनों का उचित दर पर स्वाद भी मिलेगा. इस अवसर पर शिशुपाल सोरी ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के साथ ठेठरी, अनरसा, बड़ा, मुररा लड्डू, चैसेला, चीला जैसे व्यंजनों का आनन्द लिया.

समूह की महिलाओं को मिलेगा रोजगार

गढ़कलेवा में खाजा, बीड़िया, पिडीया, देहरौरी, पपची, ठेठरी, खुर्मी, ननकी या अदौरी बरी, रखिया बरी, कांहरा बरी, मुरई बरी, उड़द दाल, मूंग दाल और साबूदाना के पापड़ मसाला युक्त मिर्ची, बिजौरी, लाइबरी जैसे 22 तरह के स्थानीय पारम्परिक व्यंजनों का स्वाद मिलेगा. इस गढ़कलेवा का संचालन जय माॅ दुर्गा स्व-सहायता समूह की 11 महिलाएं करेंगी. इस समूह की महिलाओं को इससे रोजगार प्राप्त होगा, जबकि लोगों को स्वादिष्ट और पारम्परिक विधियों से बना स्वच्छ स्वल्पाहार मिलेगा.

कलेक्टर समेत कई अधिकारी-कर्मचारी रहे मौजूद

बता दें कि इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम, कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी, सीईओ जिला पंचायत डीएन कश्यप, एसडीएम पवन कुमार प्रेमी, डिप्टी कलेक्टर बीआर ध्रुव, गौतम पाटिल, धनंजय नेताम, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास जीआर सोरी सहित अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे.

Last Updated : Aug 16, 2020, 10:08 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.