कोंडागांव: इन दिनों क्षेत्र में एक बकरे की काफी चर्चा है. इस बकरे को बस्तर संभाग के सबसे बड़े बकरे होने का दर्जा प्राप्त है. जिले के जामकोट पारा में रहने वाले यूसुफ अली ने देशी नस्ल के क्रॉस ब्रीड बकरे के बच्चे को ढाई साल में पाल-पोस कर एक क्विंटल से ज्यादा वजनी बना दिया है. इस बकरे को बस्तर संभाग के सबसे बडे़ बकरे के नाम से जाना जाता है. यूसुफ ने बकरे का नाम टुन्नू रखा है. यूसुफ ने बताया कि बकरे को बचपन से पत्ते, गेहूं, मक्का, ड्राई फूड खिला कर पाला गया है. बकरे के व्यवसायी यूसुफ अली ने बकरा बकरीद के मौके पर कुर्बानी करने के लिए तैयार किया है.
मुस्लिमों के अहम त्योहार बकरीद में कुर्बानी के लिये इस बार इसे बेचने की तैयारी है. यूसुफ अली ने 1 लाख 50 हजार रुपए बकरे का मुल्य तय कर रखा है. ईद-उल-अजहा को लेकर मुस्लिमों के बीच तैयारियां शुरू हो चुकी है. छत्तीसगढ़ में अलग-अलग नस्ल के बकरों का बाजार भी गरम हैं. लोग कुर्बानी करने के लिए बकरे की खरीदारी कर रहे हैं. ऐसे में यूसुफ को भी उम्मीद है कि टुन्नू को भी खरीददार मिलेगा. बाजारों में 10 हजार से लेकर एक लाख रुपए तक के बकरे उपलब्ध हैं.
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इस साल ईद-उल-अजहा का त्योहार चांद देखे जाने के बाद संभवता 31 जुलाई या 1 अगस्त को मनाया जाएगा. इस साल त्योहार थोड़ा अलग होगा. कोंडागांव जमा मस्जिद सदर ने सभी मुसलमानों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है, जिसकी वजह से सभी को सतर्क रहकर कदम उठाने होंगे. कोरोना वायरस की मुश्किलों के बीच कुर्बानी शासन के निर्देश और कानून के मुताबिक करें. उन्होंने कहा सभी मुसलमानों को इस बात का ध्यान रखना होगा कि ईद पर शारीरिक दूरी का पूरी तरह से पालन हो और मास्क सैनिटाइजर का भी इस्तेमाल करते रहें.