कोंडागांव: मुलमुला धान खरीदी केंद्र के सैकड़ों किसान मंगलवार को कलेक्ट्रट पहुंचे. जहां उन्होंने धान खरीदी केंद्र में अनियमितता को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.
धान खरीदी केंद्रों में लगातार अनियमितता की वजह से किसान परेशान हो चुके हैं. किसानों ने बताया कि टोकन कटे हुए 2 महीने हो चुके हैं, लेकिन कई किसानों से धान की खरीदी नहीं की गई है, जिससे किसानों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
धान खरीदी का समय खत्म होने का डर
किसानों का आरोप है कि यदि मौसम में बदलाव हो जाता है तो प्रबंधन समिति मुलमुला में धान खरीदी और टोकन देना बंद कर दिया जाता है. किसानों का कहना है कि यदि अनियमितता बनी रही और धान खरीदी का समय खत्म हो गया तो उन्हें बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ेगा.
अनियमितता की वजह से होती है परेशानी
मुलमुला धान खरीदी केंद्र पर 15 से 20 गांव के किसान आश्रित हैं, जो 20-25 किलोमीटर दूर से धान को लाते हैं और केंद्र तक पहुंचने के बाद जब प्रबंधन समिति धान खरीदने से मना कर देती है तो उन्हें बहुत नुकसान उठाना पड़ता है. इसके अलावा धान खरीदी केंद्र में रखरखाव की व्यवस्था भी ठीक नहीं है, जिससे अचानक बारिश होने पर भींगने का डर बना रहता है.
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भारतीय किसान संघ के जिला महामंत्री दया शंकर दीवान ने चेतावनी दी है कि यदि धान खरीदी को लेकर शासन-प्रशासन का यहीं रवैया रहा तो आचार संहिता खत्म होने के बाद किसान संघ उग्र आंदोलन करेगा.