कोंडागांव: राष्ट्रीय राजमार्ग में नियमानुसार सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराने पर मसोरा स्थित टोल प्लाजा को सील कर दिया गया है. यह कार्यवाही शुक्रवार के दिन हुई. कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देशन में डिप्टी कलेक्टर अंकित चौहान, तहसीलदार विजय मिश्रा, टीआई प्रलाहद यादव ने विभागीय कर्मचारियों के साथ टोल प्लाजा पहुंचकर टोल प्लाजा को दस दिनों के लिए सील किया.राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं और लोगों को हो रही असुविधा को लेकर लोगों ने शिकायत की थी.
क्यों टोल प्लाजा पर हुई कार्रवाई : टोल प्लाजा पर गुजरने वाले लोगों से टोल की वसूली होती है.लेकिन जो सुविधाएं टोल प्लाजा को लोगों को दी जानी चाहिए वो नहीं दी जा रही. जिले लेकर आम जनता में आक्रोश था. टोल प्लाजा में कई संगठन और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन भी किया था. जिसकी शिकायत लगातार जगदलपुर कोंडागांव और कांकेर जिलों के कलेक्टर जनदर्शन में हो रही थी. जिसमें सड़क की बदहाल व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था एवं नाली व्यवस्था को लेकर एनएचएआई के खिलाफ शिकायतें आ रही थी.
कलेक्टर ने इस बार में संज्ञान लेते हुए टोल प्लाजा के संचालकों को दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने को कहा था. जिसमें लोगों की सुविधा हेतु टोल मार्ग पर डिवाईडरों पर क्रेश बेरियर की स्थापना, सड़कों में कैट आई, डेलीनेटर, चेरान बोर्ड लगाने, सड़कों के दोनों ओर वृक्षों पर रेडियम पट्टी लगाने, खराब हुई स्ट्रीट लाइट्स का मरम्मत करने को कहा था. जिसका पालन नहीं किया गया था. मरम्मत का कार्य भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की परियोजना क्रियान्वयन ईकाई धमतरी ने 20 जून के अंदर शुरु करने की बात कही गयी थी,लेकिन काम नहीं हुए.लिहाज प्रशासन ने सील की कार्रवाई की है.
कब हुआ था टोल प्लाजा का निर्माण : रायपुर से जगदलपुर को जोड़ने वाली सड़क कोंडागांव से होकर गुजरती है. जिसमें यात्रियों की यात्रा को सुगम बनाने के लिए के लिए तीन चरणों में फोरलेन का काम हुआ. इस रास्ते में धमतरी से कांकेर, बेड़मा से कोंडागांव और कोंडागांव से जगदलपुर के बीच फोरलेन सड़क का निर्माण हुआ. जिसमें रायपुर से जगदलपुर के बीच 3 टोल प्लाजा बनाए गए हैं. पहला टोल प्लाजा जगदलपुर से कोंडागांव के बीच, दूसरा टोल प्लाजा कोंडागांव से केशकाल और तीसरा टोल प्लाजा कांकेर से धमतरी के बीच बनाया गया है.