कोंडागांव: केशकाल के अरंडी ग्राम पंचायत में ग्राहक सेवा केंद्र के ऑपरेटर पर ग्रामीणों ने पैसे गबन करने का आरोप लगाया है. हतिग्राहियों का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान हितग्रहियों के खाते से बिना बताए हजारों रुपए का आहरण किया है. ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक ने सर्वर में परेशानी का हवाला दिया है, लेकिन ग्रामीणों ने ग्राहक सेवा केंद्र संचालक के खिलाफ जांच करने की मांग की है.
जानकारी के मुताबिक अरंडी में भारतीय स्टेट बैंक खाते से संबंधित लेनदेन के लिए ग्राहक सेवा केंद्र खोला गया है. जहां अंगारमोती जायसवाल अपने खाते से पैसे निकालने गई थी. महिला के खाते में कुल 4800 रुपए थे, उसने ऑपरेटर से 500 रुपए निकालने को कहा, तो ऑपरेटर ने महिला का फिंगरप्रिंट लेकर खाते से पूरे 4800 रुपए निकाल लिए. इतना ही नहीं महिला को केवल 500 रुपए देकर बाकी के पैसों को रख लिया. रजिस्टर में केवल 500 रुपए लिख दिया.
कोंडागांव: 16 लाख के इनामी दो महिला और पुरुष नक्सली ने किया सरेंडर
4300 रुपए वापस महिला के खाते में किए गए ट्रांसफर
महिला ने बताया कि जब 6 महीने बाद दोबारा पैसे निकालने गई, तो पता चला कि खाते में पैसे ही नही हैं. महिला के बेटे ने सिंगनपुर से खाते का स्टेटमेंट निकलवाया तो पता चला कि उसी दिन पूरे 4800 रुपए खाते से निकाल लिए गए थे. जब ग्रामीण इस बात की शिकायत लेकर ग्राहक सेवा केंद्र पहुंचे, तो ऑपरेटर ने सर्वर प्रॉब्लम का हवाला दे दिया. साथ ही आहरण किए गए 4300 रुपए वापस महिला के खाते में डाल दिए. अब ग्रामीणों का कहना है कि ऑपरेटर ने इसी प्रकार से न जाने कितने गरीब हितग्राहियों के खाते से पैसे निकाले हैं. आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
कोंडागांव: केशकाल में महिलाओं से रूबरू हुई किरणमयी नायक, होनहेड जलप्रपात का भी लिया आनंद
कुछ माह पहले भी हुई थी ऑपरेटर की शिकायत- सरपंच
तेंदुभाटा सरपंच सियाराम चनाप ने भी कहा कि संचालक ने कितने लोगों का पैसा हेरफेर किया है. सभी को जांच कराकर कारर्रवाई की मांग करेंगे. बताया जा रहा है कि कुछ महीने पहले संचालक ने जनधन खाता खुलवाने के लिए 350 रुपये की राशि खाताधारकों से वसूला था, जिसकी जानकारी बैंक के अधिकारियों को दी गई, जिसके बाद सभी को पैसा वापस किया था.
तकनीकी त्रुटियों की वजह कटे पैसे
वहीं ग्राहक सेवा केंद्र के ऑपरेटर कमलेश का कहना है कि मेरे केंद्र में इस प्रकार की कोई बात नहीं हुई है, जो भी ग्राहक यहां पैसे निकालने आते हैं. उन्हें किसी प्रकार की शिकायत का मौका नहीं मिला है. कभी-कभी तकनीकी त्रुटियों की वजह से कुछ पैसे कट जाते हैं, तो ग्राहक सेवा केंद्र में शिकायत कर देने पर बैंक उन पैसों को खाते में रिफंड कर देता है.