कोंडागांव: देश के विभिन्न क्षेत्रों में सड़क आवागमन को सुगम बनाने के लिए केंद्र सरकार भारतमाला परियोजना के अंतर्गत एक्सप्रेस वे बना रही है. इसमें रायपुर से विशाखापट्टनम को जोड़ने वाला रायपुर विशाखापट्टनम एक्सप्रेस वे 464 किलोमीटर का है. पीएम मोदी अपने छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान एक्सप्रेस वे की सौगात देंगे.
पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन: 7 जुलाई को नरेंद्र मोदी सबसे पहले दिल्ली से रायपुर पहुंचेंगे. रायपुर में मोदी कई परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे. रायपुर विशाखापट्टनम कॉरिडोर के 6 लेन की आधारशिला भी रखेंगे. ये एक्सप्रेस वे छत्तीसगढ़, ओडिशा से होते हुए आंध्रप्रदेश तक जाएगा. आर्थिक कॉरिडोर के नाम से बनने वाले इस एक्सप्रेस वे का करीब 126 किलोमीटर का हिस्सा छत्तीसगढ़ में आएगा, जिसमें से कोंडागांव जिले का लगभग 17 किलोमीटर का क्षेत्र इस एक्सप्रेस वे का हिस्सा होगा.
भूमि अधिग्रहण का काम पूरा: ये एक्सप्रेस वे रायपुर, धमतरी और कांकेर से होते हुए कोंडागांव के केशकाल अनुविभाग के गोविंदपुर क्षेत्र से यह शुरू होगा. जो कोसमी, सरगीपाल, हात्मा, मानिकपुर, मछली, सलना, पलना, मारंगपुरी होते हुए ओडिशा में प्रवेश करेगा. कोंडागांव में 17.50 किलोमीटर के क्षेत्र में इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण होगा.
वर्तमान में कोंडागाव से विशाखापट्टनम की राह: वर्तमान में कोंडागांव से विशाखापट्टनम तक जाने के लिए सड़क मार्ग से एनएच 30 से जाया जाता है. जगदलपुर से होते हुए विशाखापट्टनम पहुंचा जाता है. लगभग 360 से 370 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है. पूरे सफर में 8 से 10 घंटे का समय लग जाता है. चूंकि विशाखापट्टनम तक पहुंचने के लिए केवल सड़क होने की वजह से इस मार्ग पर दबाव अधिक बना रहता है, जिससे ट्रैफिक के कारण समय अधिक लगता है. एक्सप्रेस वे कॉरिडोर के बन जाने से कोंडागांव के लोगों को विशाखापट्टनम तक पहुंचने में कम दूरी तय करनी पड़ेगी. इसमें समय भी कम लगेगा.
जानवरों से नहीं होगा खतरा: एनएचएआई के अधिकारियों के अनुसार रायपुर विशाखापट्टनम एक्सप्रेस वे कॉरिडोर के दोनों ओर लगभग 3 से 4 फीट की दीवार बनेगी, जिससे इस सड़क पर दोनों ओर से आवाजाही भी नहीं हो सकेगी. 464 किलोमीटर के इस सड़क पर केवल 25 कट पॉइंट ही रहेंगे. एक बार यात्री यदि इस मार्ग पर सफर करना शुरू करते हैं तो 25 कट पॉइंट से वे इस मार्ग से निकल सकते हैं, जिसके कारण इस मार्ग पर जानवरों के भी आने जाने का खतरा नहीं रहेगा. लोग सुविधाजनक यात्रा कर रायपुर और विशाखापट्टनम तक पहुंच पाएंगे.
कई अंडरपास और ओवरब्रिज: इस एक्सप्रेस वे में कई जगहों पर अंडरपास और ओवरब्रिज होंगे, जिससे वन्यजीवों को आने-जाने के लिए रास्ता भी मिल पाएगा. इस एक्सप्रेस वे के बन जाने से कोंडागांव वासियों को भी फायदा होगा. इन्हें रायपुर और विशाखापट्टनम दोनों ओर जाने में कम दूरी के साथ-साथ समय की भी बचत होगी.