कांकेर : भानुप्रतापपुर उपचुनाव में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी (Congress candidate Savitri Mandavi) ने इस दौरान बड़ा बयान दिया है. सावित्री मंडावी ने कहा कि ''आरक्षण को लेकर 2012 में जो आदिवासी समाज ने लड़ाई लड़ी थी. उसमें मेरे पति शामिल थे. मेरे पति ने उस लड़ाई में पुलिस वालों के डंडे खाए थे. मेरे पति को 12 दिन तक जेल में रखा गया था. बीजेपी आरक्षण को लेकर गांव-गांव में बरगला रही है. मेरे पति आरक्षण लागू करवाने को लेकर 19 मार्च 2012 को डंडे खाते हुए इसी बीजेपी सरकार से लड़ते हुए सप्ताह भर तक जेल में रहे हैं.'' (War of words intensified between Congress and BJP)
आदिवासी समाज का उम्मीदवार बीजेपी की बी टीम : पीसीसी चीफ मोहन मरकाम (PCC Chief Mohan Markam) ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सर्व आदिवासी समाज की ओर से खड़े हुए प्रत्याशी अकबर राम कोर्राम को बीजेपी की बी टीम बताया है. मोहन मरकाम ने कहा कि '' समाज का प्रत्याशी गांव-गांव में आरक्षण को लेकर बरगला रहे है. हमारी पार्टी ने आरक्षण लागू किया है.''
बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों का दिया जवाब : वहीं बीजेपी के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल (former minister brijmohan agarwal) ने कहा कि '' अगर मोहन मरकाम आदिवासी समाज के प्रत्याशी को भाजपा की बी टीम मानती है तो मोहन मरकाम भी आदिवासी हैं . वह भी बीजेपी में शामिल हैं. वहीं कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा को लेकर कहा कि हम कवासी लखमा की बातों को दूध भात मानते हैं.
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आपको बता दें कि भानुप्रतापपुर उपचुनाव को लेकर कांग्रेस बीजेपी अपने-अपने प्रत्याशियों के प्रचार के लिए डोर टू डोर संपर्क कर रहे हैं. वहीं सर्व आदिवासी समाज का प्रत्याशी भी प्रचार में जुटा हुआ है.ऐसे में अब ये मुकाबला रोचक होता जा रहा है.