कांकेर: नगर पालिका चुनाव के लिए वार्डों का आरक्षण होने के बाद कई दिग्गज पार्षदों का समीकरण बिगड़ गया है, जिसके बाद अब ये पार्षद दूसरे वार्डो का रुख करने की तैयारी में हैं. पहले नगर पालिका अध्यक्ष की सीट महिला अनारक्षित होने के बाद कई दिग्गज नेताओं का सपना टूटा था. वहीं अब वार्ड के आरक्षण ने भी कई स्थानीय नेताओं को निराश कर दिया है.
शहर के कई वार्ड ऐसे हैं, जिसमे लंबे समय से एक ही नेता पार्षद का चुनाव जीतता आ रहा है. जिसमें संजय नगर से कांग्रेस के यासीन कराणी 1999 से पार्षद बने हुए हैं. अल्बेलापरा से कांग्रेस के ही रमेश गौतम 10 साल से पार्षद हैं. महादेव वार्ड से कांग्रेस के मतीन खान लंबे समय से पार्षद रहे. पिछली बार ये सीट महिला होने से उन्होंने अपनी पत्नी को टिकट दिलाया था, जिन्हें भी जीत मिली थी.
पढ़ें : पर्यावरण बचाने के लिए लड़ रही हैं स्वीडन की ग्रेटा थुनबर्ग, भारत में भी समर्थन
इसी तरह शांतिनगर वार्ड से भी मौजूदा नपा उपाध्यक्ष रमशीला साहू 10 साल से पार्षद हैं. लेकिन इस बार इनमें से कई वार्डों का आरक्षण बदल जाने से इन स्थानीय नेताओं के सामने दिक्कत खड़ी हो गई है. लंबे समय तक पार्षद रहे इन नेताओं को अब पार्षद की सीट छोड़ने में परेशानी हो रही है. ऐसे में ये नेता दूसरे वार्डों में अपनी जगह तलाशने में जुट गए हैं.
इस प्रकार है वार्डो के आरक्षण
1. अल्बेलापरा - अनुसूचित जनजाति (महिला)
2. उदयनगर- अनारक्षित (महिला)
3. शिवनगर - अन्य पिछड़ा वर्ग (महिला)
4. माहूर्बन्दपारा- अनुसूचित जनजाति
5. जवाहर वार्ड - अनारक्षित
6 .संजय नगर - आनरक्षित महिला
7 आमापारा- आनरक्षित
8.शीतलापरा- आनरक्षित
9.श्रीराम नगर- अन्य पिछड़ा वर्ग
10. भंडारीपारा- अन्य पिछड़ा वर्ग (महिला)
11.महादेव वार्ड -अन्य पिछड़ा वर्ग
12.मांझापरा- आनरक्षित
13.सुभाष वार्ड- अनुसूचित जाति
14.अन्नपूर्णापरा- आनरक्षित
15. एमजी वार्ड -अनुसूचित जनजाति
16.शांति नगर - अन्य पिछड़ा वर्ग
17. कंकालिन पारा- आनरक्षित
18. बरदेभाटा- अनुसूचित जनजाति
19.अघ्ननगर- आनरक्षित महिला
20.जनकपुर वार्ड- अनुसूचित जाति
21.राजापारा - आनरक्षित