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राम वन गमन पथ यात्रा विवाद मामले में आदिवासियों ने किया प्रदर्शन - आदिवासी समाज ने प्रदर्शन किया

कांकेर में आदिवासी समाज के लोग 16 दिसंबर को चक्काजाम करने के मामले में दर्ज FIR को लेकर आंदोलनरत हैं. आदिवासी समाज के लोगों का कहना है कि 60 आदिवासियों के खिलाफ दर्ज FIR को शून्य किया जाए.

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राम वन गमन पथ यात्रा विवाद मामले में आदिवासियों ने किया प्रदर्शन
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Published : Dec 30, 2020, 10:00 PM IST

कांकेर: राम वन गमन पथ यात्रा मामले में विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है. आदिवासी प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. आदिवासी समाज के प्रमुखों के खिलाफ दर्ज की गई FIR के विरोध में आदिवासी समाज रैली निकालकर प्रदर्शन किया. आदिवासी समाज ने कलेक्ट्रेट का घेराव करने की भी कोशिश की. पुलिस ने कलेक्ट्रेट मार्ग पर ही रैली को रोक लिया. आदिवासी 16 दिसम्बर को चक्काजाम करने के मामले में दर्ज FIR को लेकर आंदोलनरत हैं.

आदिवासियों ने किया प्रदर्शन

पढ़ें: राम का ननिहाल: यहां माता कौशल्या ने लिया था जन्म !

सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष सुमेर सिंह नाग ने कहा कि शासन-प्रशासन के द्वारा एक धर्म का प्रचार किया जा रहा है. बस्तर के मिट्टी को यहां से ले जाने का प्रयास किया गया. जो पूर्णतः गलत है. उन्होंने कहा कि धर्म विशेष के प्रचार के विरोध में आदिवासी समाज ने प्रदर्शन किया था. उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है, जिसका विरोध किया जा रहा है. पुलिस एफआईआर शून्य नहीं करती तो आदिवासी समाज के लोग गिरफ्तारी देने पहुंचे हैं, सभी को गिरफ्तार कर लें.

पढ़ें: राम वन गमन पथ: सर्व आदिवासी समाज ने FIR के विरोध में दी गिरफ्तारी

आदिवासियों ने चेतावनी के बाद आंदोलन को किया समाप्त

सुमेर सिंह नाग ने कहा कि राम के बस्तर आगमन का कोई पुरातात्विक प्रमाण नहीं है. जबरन यहां के लोगों पर धर्म को थोपा जा रहा है. फिलहाल आदिवासी समाज ने पुलिस और प्रशासन को FIR शून्य करने एक महीने का समय दिया है. आदिवासियों ने आंदोलन को समाप्त कर दिया है. संयुक्त कलेक्टर सुरेंद्र कुमार वैध ने बताया कि एक महीने के भीतर जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

Tribals demonstrated in Kanker
कांकेर में आदिवासियों ने किया प्रदर्शन

60 आदिवासियों के खिलाफ मामला दर्ज

गोड़वाना समाज के संरक्षक सोहन पोटाई बताया कि 16 दिसंबर को सरकार किसी एक धर्म विशेष का प्रचार कर रही थी. रथ का भ्रमण करवाया जा रहा था. बस्तर के गायता, भूमियार और बैगा से बिना सहमति लिए मिट्टी चोरी किया जा रहा था. आदिवासी समाज ने इसके विरोध में चक्काजाम किया. पुलिस का कहना है कि बस संचालकों के शिकायत पर 60 आदिवासियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जबकि उन बस चालकों से जाकर पूछने पर उन्होंने बताया कि हमने कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई है. उसके बाद उनसे स्टॉम्प पेपर में लिखवाकर लाया गया है.

Tribals demonstrated in Kanker
आदिवासियों का प्रदर्शन

FIR को शून्य करने की मांग

सोहन पोटाई ने कहा कि 30 दिसंबर को एक दिवसीय प्रदर्शन के खिलाफ दर्ज FIR को शून्य करने की मांग की जा रही है. बस्तर के गायता, भूमियार, बैगा और गांव वालों से बगैर सहमति लिए मिट्टी चोरी की गई. सुकमा, जगदलपुर, कोंडागांव और कांकेर कलेक्टर समेत पुलिस अधीक्षक ने शिकायत दर्ज की है. अनुसूचित क्षेत्रों में काल्पनिक और पुरातात्विक विभाग से अप्रमाणित राम वन गमन पथ के आड़ में अन्य संस्कृतिकरण के लिए यात्रा निकला जा रहा है. सरकारी कर्मचारी धर्म विशेष का प्रचार कर रहे हैं. कर्मचारियों पर जांच करने की मांग की है.

गोड़वाना समाज के कई नेता रहे मौजूद

कांकेर में प्रदर्शन के दौरान गोड़वाना समाज के संभागीय उपाध्यक्ष गौतम कुंजाम, जिला उपाध्यक्ष विजय कोड़ोपी, मोहन कुंजाम, जगन्नाथ नेताम, प्रफुल मंडावी, कमल कोर्राम, महासचिव सतीश प्रकाश नेताम, सदेसिंह कोमरे, कोषाध्यक्ष लादूराम सलाम, आडीटर आरआर मरकाम, कार्यकारणी सदस्य शांता ठाकुर, कुंवरलाल कवाची और अन्य लोग उपस्थित थे.

कांकेर: राम वन गमन पथ यात्रा मामले में विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है. आदिवासी प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. आदिवासी समाज के प्रमुखों के खिलाफ दर्ज की गई FIR के विरोध में आदिवासी समाज रैली निकालकर प्रदर्शन किया. आदिवासी समाज ने कलेक्ट्रेट का घेराव करने की भी कोशिश की. पुलिस ने कलेक्ट्रेट मार्ग पर ही रैली को रोक लिया. आदिवासी 16 दिसम्बर को चक्काजाम करने के मामले में दर्ज FIR को लेकर आंदोलनरत हैं.

आदिवासियों ने किया प्रदर्शन

पढ़ें: राम का ननिहाल: यहां माता कौशल्या ने लिया था जन्म !

सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष सुमेर सिंह नाग ने कहा कि शासन-प्रशासन के द्वारा एक धर्म का प्रचार किया जा रहा है. बस्तर के मिट्टी को यहां से ले जाने का प्रयास किया गया. जो पूर्णतः गलत है. उन्होंने कहा कि धर्म विशेष के प्रचार के विरोध में आदिवासी समाज ने प्रदर्शन किया था. उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है, जिसका विरोध किया जा रहा है. पुलिस एफआईआर शून्य नहीं करती तो आदिवासी समाज के लोग गिरफ्तारी देने पहुंचे हैं, सभी को गिरफ्तार कर लें.

पढ़ें: राम वन गमन पथ: सर्व आदिवासी समाज ने FIR के विरोध में दी गिरफ्तारी

आदिवासियों ने चेतावनी के बाद आंदोलन को किया समाप्त

सुमेर सिंह नाग ने कहा कि राम के बस्तर आगमन का कोई पुरातात्विक प्रमाण नहीं है. जबरन यहां के लोगों पर धर्म को थोपा जा रहा है. फिलहाल आदिवासी समाज ने पुलिस और प्रशासन को FIR शून्य करने एक महीने का समय दिया है. आदिवासियों ने आंदोलन को समाप्त कर दिया है. संयुक्त कलेक्टर सुरेंद्र कुमार वैध ने बताया कि एक महीने के भीतर जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

Tribals demonstrated in Kanker
कांकेर में आदिवासियों ने किया प्रदर्शन

60 आदिवासियों के खिलाफ मामला दर्ज

गोड़वाना समाज के संरक्षक सोहन पोटाई बताया कि 16 दिसंबर को सरकार किसी एक धर्म विशेष का प्रचार कर रही थी. रथ का भ्रमण करवाया जा रहा था. बस्तर के गायता, भूमियार और बैगा से बिना सहमति लिए मिट्टी चोरी किया जा रहा था. आदिवासी समाज ने इसके विरोध में चक्काजाम किया. पुलिस का कहना है कि बस संचालकों के शिकायत पर 60 आदिवासियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जबकि उन बस चालकों से जाकर पूछने पर उन्होंने बताया कि हमने कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई है. उसके बाद उनसे स्टॉम्प पेपर में लिखवाकर लाया गया है.

Tribals demonstrated in Kanker
आदिवासियों का प्रदर्शन

FIR को शून्य करने की मांग

सोहन पोटाई ने कहा कि 30 दिसंबर को एक दिवसीय प्रदर्शन के खिलाफ दर्ज FIR को शून्य करने की मांग की जा रही है. बस्तर के गायता, भूमियार, बैगा और गांव वालों से बगैर सहमति लिए मिट्टी चोरी की गई. सुकमा, जगदलपुर, कोंडागांव और कांकेर कलेक्टर समेत पुलिस अधीक्षक ने शिकायत दर्ज की है. अनुसूचित क्षेत्रों में काल्पनिक और पुरातात्विक विभाग से अप्रमाणित राम वन गमन पथ के आड़ में अन्य संस्कृतिकरण के लिए यात्रा निकला जा रहा है. सरकारी कर्मचारी धर्म विशेष का प्रचार कर रहे हैं. कर्मचारियों पर जांच करने की मांग की है.

गोड़वाना समाज के कई नेता रहे मौजूद

कांकेर में प्रदर्शन के दौरान गोड़वाना समाज के संभागीय उपाध्यक्ष गौतम कुंजाम, जिला उपाध्यक्ष विजय कोड़ोपी, मोहन कुंजाम, जगन्नाथ नेताम, प्रफुल मंडावी, कमल कोर्राम, महासचिव सतीश प्रकाश नेताम, सदेसिंह कोमरे, कोषाध्यक्ष लादूराम सलाम, आडीटर आरआर मरकाम, कार्यकारणी सदस्य शांता ठाकुर, कुंवरलाल कवाची और अन्य लोग उपस्थित थे.

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