कांकेर: कोयलीबेड़ा ब्लॉक में सरकारी स्कूल में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. बताया जा रहा है, धुर नक्सल प्रभावित राजामुंडा गांव के स्कूल में पदस्थ दोनों शिक्षक बीते 2 महीने से स्कूल नहीं पहुचे हैं. इसके कारण स्कूल में 2 महीने से पढ़ाई ठप है.
जिला मुख्यालय से लगभग 150 किलोमीटर दूर नक्सलियों का गढ़ माने जाने वाले इस इलाके में अधिकारी कभी भी दौरे पर नहीं आते हैं. इसका फायदा यहां के लापरवाह शिक्षक जमकर उठा रहे हैं. ग्रामीणों के मुताबिक स्कूल में दो शिक्षक पदस्थ हैं, जिसमें से एक शिक्षक लंबोदर ठाकुर इस शिक्षा सत्र में एक दिन भी स्कूल नहीं पहुंचे हैं. वहीं एक अन्य शिक्षक कन्हैया लाल सलाम सत्र शुरू होने के बाद कुछ दिन तो आये, लेकिन फिलहाल 2 महीने से फरार बताये जा रहे हैं. ग्रामीणों के मुताबिक दोनों शिक्षक 15 अगस्त के दिन भी स्कूल नहीं पहुंचे थे. अब मामला सामने आने के बाद खंड शिक्षा अधिकारी जांच की बात कह रहे हैं.
बच्चों को नहीं मिल रहा है मध्याह्न भोजन
स्कूल में शिक्षकों के नहीं पहुंचने से पढ़ाई के साथ बच्चों को मध्याह्न भोजन भी नहीं मिल रहा है. लापरवाह शिक्षकों के कारण स्कूल भवन भी जर्जर हो चुकी है. ग्रामीण बताते हैं, स्कूल भवन का गेट हमेशा खुला रहता है. जिसके कारण यहां जानवर भी आते-जाते रहते हैं. कई बार बच्चों के साथ मवेशी भी क्लास में ही बैठे रहते हैं. स्कूल में भवन के साथ शौचालय का हाल भी बेहाल है.
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विभाग की भी लापरवाही
स्कूल का हाल देखकर यह साफ है कि अधिकारी कभी इस स्कूल की सुध लेने पहुंचे ही नहीं हैं. वहीं अब जिला शिक्षा अधिकारी अर्जुन मेश्राम का कहना है कि ईटीवी भारत के माध्यम से उन्हें मामले की जानकारी मिली है. जिसके बाद वे जांच करेंगे और दोषी पाए जाने पर शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.