शिक्षकों ने स्कूल में बढ़ने वाले बच्चों को सब्जियां और नाश्ता मुहैया कराकर दुकान लगवाई और उन्हें इसकी खरीद की कीमत बता दिया. इसके बाद शिक्षक खुद छात्र-छात्राओं के परिजन के साथ ग्राहक बन दुकान में पहुंचे और छात्रों से सामान खरीदा.
प्रॉफिट जोड़कर बेचा सामान
जब छात्रों को खरीद कीमत पता थी, तो जाहिर है उन्होंने इसमें अपना फायदा जोड़कर सामान बेचा और इसी तरीके से छात्र-छात्राओं ने प्रॉफिट एंड लॉस का फॉर्मूला सीखा.
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आसानी से समझ आया फॉर्मूला
शिक्षकों का कहना है कि, बच्चे जब सामान बेचेंगे और उसके उन्हें आमदनी होगी, इसके उन्हें लाभ-घाटा, आय-व्यय से जुड़ा फैक्ट आसानी से समझ आ जाएगा.
प्रेक्टिकल करके पढ़ाया पाठ
इस स्कूल के शिक्षकों ने किताबी ज्ञान की जगह प्रेक्टिकल करके गणित सिखाने का जो फॉर्मूला निकाला है, उसकी जितनी तारीफ की जाए वो कम है.