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कांकेर: अंतागढ़ में मोहल्ला क्लास की शुरूआत, शिक्षकों ने पढ़ाने का उठाया बीड़ा

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कांकेर के अंतागढ़ में शिक्षा को ध्यान में रखते हुए, मोहल्ला क्लास की शुरूआत की गई है. जिसके तहत शिक्षकों को गांव, कस्बों में सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए बच्चों की पढ़ना होगा.

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मोहल्ला क्लास
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Published : Aug 9, 2020, 2:15 PM IST

कांकेर: देश और दुनिया में कोरोना वायरस ने कोहराम मचा रखा है, जिसके कारण बाजार, स्कूल, दुकानें बंद पड़े हैं. एक ओर जहां कोरोना वायरस की वजह से किए गए लॉकडाउन के बाद बाजारों और दुकानों को खोलने की इजाजत दे दी गई थी, वहीं दूसरी ओर स्कूलों को खोलने की परमिशन फिलहाल नहीं मिली है. मासूम बच्चों की शिक्षा पर एक ग्रहण सा लग गया, जिसकी वजह से बच्चों की शिक्षा स्तर पर काफी गिरावट देखने को मिल रहा है.

मोहल्ला क्लास की शुरुआत

शासन ने बच्चों के शिक्षा को ध्यान में रखते हुए, मोहल्ला क्लास की शुरुआत की है, जिसके तहत शिक्षकों को गांव, कस्बों में सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए बच्चों को पढ़ना होगा. बच्चों का कहना है कि पिछले साल कोरोना के कारण हम परीक्षा भी नहीं दे पाए. जिसमें हमें शिक्षा गुणवत्ता का पता ही नहीं चल पाया. बच्चों का कहना है कि इस साल भी हमारी शिक्षा आगे नहीं बड़ पाएगी. लेकिन मोहल्ला क्लास लगने के बाद हमें अच्छा लगा, इसके माध्यम से हम अपने स्तर को सुधार सकते हैं.

मोहल्ला क्लास बच्चों को हो रहा फायदा

बता दें कि कोरोना काल में बच्चों की शिक्षा का स्तर गिरने के बाद उनके भविष्य को देखते हुए सरकार ने मोहल्ला क्लास लगना बहुत नेक पहल है. जो बच्चो की शिक्षा स्तर के लिए कारगर साबित होगी.

पढ़ें- अच्छी पहल: जशपुर में अब केबल टीवी के माध्यम से पढ़ाई करेंगे बच्चे

'पढ़ई तुंहर दुआर' योजना

कोरोना के इस संकट काल में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई का नुकसान न हो इसके लिए शासन ने एक पहल की है. बच्चों को घर बैठे पढ़ाने के लिए 'पढ़ई तुंहर दुआर' योजना शुरू की गई है. बच्चों की पढ़ाई पर लॉकडाउन का असर न पड़े इसलिए मोबाइल के जरिए टीचर खुद ही बच्चों तक पहुंच रहे हैं. या यूं कहें कि इस मोबाइल में ही पूरी क्लास समां गई है.

वीडियो के जरिए पढ़ाई

पढ़ाई तुंहर दुआर योजना के तहत पोर्टल में किताबों को पीडीएफ फॉर्मेट में पढ़ा जा सकता है. छात्र-छात्राएं इसकी मदद से किताबें भी डाउनलोड कर सकते हैं. साथ ही शिक्षकों के कुछ ऑडियो और वीडियो भी इस पोर्टल में मौजूद हैं. जिससे बच्चे घर बैठे पढ़ रहे हैं.

योजना का फायदा उठा रहे विद्यार्थी

शासन की इस योजना का फायदा जिले के विद्यार्थी उठा रहे हैं और इस व्यवस्था से वे काफी खुश भी हैं. बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 7 अप्रैल को 'पढ़ई तुंहर दुआर' योजना की शुरुआत की थी.

कांकेर: देश और दुनिया में कोरोना वायरस ने कोहराम मचा रखा है, जिसके कारण बाजार, स्कूल, दुकानें बंद पड़े हैं. एक ओर जहां कोरोना वायरस की वजह से किए गए लॉकडाउन के बाद बाजारों और दुकानों को खोलने की इजाजत दे दी गई थी, वहीं दूसरी ओर स्कूलों को खोलने की परमिशन फिलहाल नहीं मिली है. मासूम बच्चों की शिक्षा पर एक ग्रहण सा लग गया, जिसकी वजह से बच्चों की शिक्षा स्तर पर काफी गिरावट देखने को मिल रहा है.

मोहल्ला क्लास की शुरुआत

शासन ने बच्चों के शिक्षा को ध्यान में रखते हुए, मोहल्ला क्लास की शुरुआत की है, जिसके तहत शिक्षकों को गांव, कस्बों में सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए बच्चों को पढ़ना होगा. बच्चों का कहना है कि पिछले साल कोरोना के कारण हम परीक्षा भी नहीं दे पाए. जिसमें हमें शिक्षा गुणवत्ता का पता ही नहीं चल पाया. बच्चों का कहना है कि इस साल भी हमारी शिक्षा आगे नहीं बड़ पाएगी. लेकिन मोहल्ला क्लास लगने के बाद हमें अच्छा लगा, इसके माध्यम से हम अपने स्तर को सुधार सकते हैं.

मोहल्ला क्लास बच्चों को हो रहा फायदा

बता दें कि कोरोना काल में बच्चों की शिक्षा का स्तर गिरने के बाद उनके भविष्य को देखते हुए सरकार ने मोहल्ला क्लास लगना बहुत नेक पहल है. जो बच्चो की शिक्षा स्तर के लिए कारगर साबित होगी.

पढ़ें- अच्छी पहल: जशपुर में अब केबल टीवी के माध्यम से पढ़ाई करेंगे बच्चे

'पढ़ई तुंहर दुआर' योजना

कोरोना के इस संकट काल में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई का नुकसान न हो इसके लिए शासन ने एक पहल की है. बच्चों को घर बैठे पढ़ाने के लिए 'पढ़ई तुंहर दुआर' योजना शुरू की गई है. बच्चों की पढ़ाई पर लॉकडाउन का असर न पड़े इसलिए मोबाइल के जरिए टीचर खुद ही बच्चों तक पहुंच रहे हैं. या यूं कहें कि इस मोबाइल में ही पूरी क्लास समां गई है.

वीडियो के जरिए पढ़ाई

पढ़ाई तुंहर दुआर योजना के तहत पोर्टल में किताबों को पीडीएफ फॉर्मेट में पढ़ा जा सकता है. छात्र-छात्राएं इसकी मदद से किताबें भी डाउनलोड कर सकते हैं. साथ ही शिक्षकों के कुछ ऑडियो और वीडियो भी इस पोर्टल में मौजूद हैं. जिससे बच्चे घर बैठे पढ़ रहे हैं.

योजना का फायदा उठा रहे विद्यार्थी

शासन की इस योजना का फायदा जिले के विद्यार्थी उठा रहे हैं और इस व्यवस्था से वे काफी खुश भी हैं. बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 7 अप्रैल को 'पढ़ई तुंहर दुआर' योजना की शुरुआत की थी.

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