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भानुप्रतापपुर उपचुनाव 2022 : सर्व आदिवासी समाज की हुंकार, विधानसभा विशेष सत्र को बताया नौटंकी

छत्तीसगढ़ के भानुप्रतापपुर में उपचुनाव है. विधानसभा भानुप्रतापपुर में मनोज मंडावी के निधन के बाद खाली हुई सीट पर 5 दिसम्बर को मतदान है. इस चुनावी मैदान में 7 प्रत्याशी मैदान में है. लेकिन राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस और बीजेपी के अलावा सर्व आदिवासी समाज के चयनित प्रत्याशी चुनावी मैदान में आने से भानुप्रतापपुर उपचुनाव त्रिकोणीय हो गया है. Bhanupratappur by election 2022

Sarva Adivasi Samaj called special session
सर्व आदिवासी समाज की हुंकार
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Published : Dec 1, 2022, 5:03 PM IST

Updated : Jan 16, 2023, 4:40 PM IST

सर्व आदिवासी समाज की हुंकार

कांकेर : भानुप्रतापपुर विधानसभा के चारामा ब्लाक में कांग्रेस-बीजेपी और सर्व आदिवासी समाज के निर्दलीय प्रत्याशी ने अपने -अपने दिग्गज नेताओं के साथ रोड शो किया. जहां कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी के पक्ष में वोट करने की अपील को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल हुए. वहीं बीजेपी से प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष अरुण साव शामिल हुए. वहीं सर्व आदिवासी समाज भी इसमें पीछे नहीं रही. अरविंद नेताम और मनीष कुंजाम जैसे दिग्गज आदिवासी नेता रोड शो में शामिल हुए.Bhanupratappur by election 2022

आदिवासी समाज की हुंकार : भानुप्रतापपुर उप चुनाव में बीजेपी-कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का जमावड़ा लगा है. छत्तीसगढ़ में होने वाले 2023 के चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है. वहीं सर्व आदिवासी समाज के लिए वर्चस्व की लड़ाई हो गई है. सर्व आदिवासी समाज के संरक्षण और आदिवासी नेता अरविंद नेताम ने कहा कि '' देश में पहली बार आदिवासी समाज चुनाव मैदान में उतरा है. इसका श्रेय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का जाता है. उसकी वजह से ही समाज को उप चुनाव में उतरना पड़ा है. चुनाव लड़ना समाज का काम नही है. उन्हीं के वजह से समाज चुनाव लड़ रहा है. उसके दो मुख्य कारण हैं. जल,जंगल,जमीन पर आदिवासियों का अधिकार रहा है जिसे खत्म कर दिया गया. नौकरी पर आरक्षण का संवैधानिक व्यवस्था रहा है उसे खत्म कर दिया गया.हाईकोर्ट में ईमानदारी से लड़े नहीं और जानबूझ के हार गए. अब नए पीढ़ी में नौकरी का खतरा बढ़ गया. अब समाज के पास कोई विकल्प नही रह गया मजबूरी में समाज लड़ रहा है. यह पहली बार होगा जहां पूरा समाज एक होकर लड़ रहा है.'' Sarva Adivasi Samaj called special session of Vidhansabha a gimmick

ये भी पढ़ें- बीजेपी ने बलात्कारी के साथ प्रधानमंत्री की फोटो लगाकर किया अपमान: सीएम भूपेश बघेल

सरकार के विशेष सत्र को बताया नौटंकी : छत्तीसगढ़ विधानसभा का विशेष सत्र गुरुवार से शुरू हो गया है. दो दिन के इस विशेष सत्र में आरक्षण विधेयकों को पारित किया जाएगा. जिसे लेकर अरविंद नेताम ने कहा कि '' ये जो नाटक कर रहे हैं, विधेयक दिल्ली जाएगा और लटक जाएगा. लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. भानुप्रतापपुर विधानसभा के मूलभूत मुद्दे गायब नजर आ रहे हैं. वही बीजेपी प्रत्याशी ब्रम्हानंद नेताम नाबालिग के रेप के आरोपी है. जिसे कांग्रेस ने मुख्य मुद्दा बनाया है. इन सब के बीच निर्दलीय प्रत्याशी अकबर राम कोर्राम जिनका चुनावी चिन्ह एयर कंडीशनर है. उनका पारा गर्म दिखता नजर आ रहा. समाज ने भी अपनी पूरी ताकत भानुप्रतापपुर उप चुनाव में लगा दी है. वहीं मतदाता खामोश हैं. इस त्रिकोणीय मुकाबले में जीत किसकी होगी उसका फैसला 8 दिसम्बर हो जाएगा.





सर्व आदिवासी समाज की हुंकार

कांकेर : भानुप्रतापपुर विधानसभा के चारामा ब्लाक में कांग्रेस-बीजेपी और सर्व आदिवासी समाज के निर्दलीय प्रत्याशी ने अपने -अपने दिग्गज नेताओं के साथ रोड शो किया. जहां कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी के पक्ष में वोट करने की अपील को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल हुए. वहीं बीजेपी से प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष अरुण साव शामिल हुए. वहीं सर्व आदिवासी समाज भी इसमें पीछे नहीं रही. अरविंद नेताम और मनीष कुंजाम जैसे दिग्गज आदिवासी नेता रोड शो में शामिल हुए.Bhanupratappur by election 2022

आदिवासी समाज की हुंकार : भानुप्रतापपुर उप चुनाव में बीजेपी-कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का जमावड़ा लगा है. छत्तीसगढ़ में होने वाले 2023 के चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है. वहीं सर्व आदिवासी समाज के लिए वर्चस्व की लड़ाई हो गई है. सर्व आदिवासी समाज के संरक्षण और आदिवासी नेता अरविंद नेताम ने कहा कि '' देश में पहली बार आदिवासी समाज चुनाव मैदान में उतरा है. इसका श्रेय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का जाता है. उसकी वजह से ही समाज को उप चुनाव में उतरना पड़ा है. चुनाव लड़ना समाज का काम नही है. उन्हीं के वजह से समाज चुनाव लड़ रहा है. उसके दो मुख्य कारण हैं. जल,जंगल,जमीन पर आदिवासियों का अधिकार रहा है जिसे खत्म कर दिया गया. नौकरी पर आरक्षण का संवैधानिक व्यवस्था रहा है उसे खत्म कर दिया गया.हाईकोर्ट में ईमानदारी से लड़े नहीं और जानबूझ के हार गए. अब नए पीढ़ी में नौकरी का खतरा बढ़ गया. अब समाज के पास कोई विकल्प नही रह गया मजबूरी में समाज लड़ रहा है. यह पहली बार होगा जहां पूरा समाज एक होकर लड़ रहा है.'' Sarva Adivasi Samaj called special session of Vidhansabha a gimmick

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सरकार के विशेष सत्र को बताया नौटंकी : छत्तीसगढ़ विधानसभा का विशेष सत्र गुरुवार से शुरू हो गया है. दो दिन के इस विशेष सत्र में आरक्षण विधेयकों को पारित किया जाएगा. जिसे लेकर अरविंद नेताम ने कहा कि '' ये जो नाटक कर रहे हैं, विधेयक दिल्ली जाएगा और लटक जाएगा. लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. भानुप्रतापपुर विधानसभा के मूलभूत मुद्दे गायब नजर आ रहे हैं. वही बीजेपी प्रत्याशी ब्रम्हानंद नेताम नाबालिग के रेप के आरोपी है. जिसे कांग्रेस ने मुख्य मुद्दा बनाया है. इन सब के बीच निर्दलीय प्रत्याशी अकबर राम कोर्राम जिनका चुनावी चिन्ह एयर कंडीशनर है. उनका पारा गर्म दिखता नजर आ रहा. समाज ने भी अपनी पूरी ताकत भानुप्रतापपुर उप चुनाव में लगा दी है. वहीं मतदाता खामोश हैं. इस त्रिकोणीय मुकाबले में जीत किसकी होगी उसका फैसला 8 दिसम्बर हो जाएगा.





Last Updated : Jan 16, 2023, 4:40 PM IST
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