कांकेर: जनपद पंचायत दुर्गुकोंदल क्षेत्र के ग्राम पंचायत मेढ़ो में 7 साल से बजरंग आयरन एंड इस्पात माइंस संचालित है. ग्रामीणों ने संचालक पर गंभीर आरोप लगाये हैं. खदान से निकलने वाले लाल पानी से उपजाऊ मिट्टी बंजर हो रही है. युवाओं को खदान में नौकरी नहीं दी जा रही है.
अपनी मांगों को लेकर ग्राम पंचायत मेढ़ो के सरपंच और ग्राम पटेल कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे. सरपंच अनुज कुमार खरे ने बताया कि ग्राम पंचायत मेढ़ो में करीब 7 साल से बजरंग आयरन एंड स्टील लिमिटेड संचालित है. खदान शुरू हुई तब संचालक एसके गोयल ने ग्रामीणों से कहा था कि प्रभावित गांव को मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी. यहां के युवाओं को रोजगार दिया जाएगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.
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खदान संचालक का कहना है कि यह खदान ग्राम पंचायत हाहालद्दी में आ रही है. जबकि ग्राम वासियों ने वन विभाग से गूगल मैप के माध्यम से नक्शा प्राप्त किया तो खदान क्षेत्र ग्राम पंचायत मेढ़ो और आश्रित गांव चाहचाढ़ में आ रही है.
लाल पानी से बंजर हो रही जमीन
माइंस से निकलने वाले लाल पानी से गांव के करीब 20 किसानों की 40-50 एकड़ कृषि भूमि बंजर हो रही है. प्रतिवर्ष उनके खेतों में फसल का उत्पादन कम हो रहा है. वहीं खदान संचालक इस समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहा है.
आयरन युक्त पानी पीने को मजबूर ग्रामीण
ग्राम पटेल मेहर कुंवर ने बताया कि जब से खदान शुरू हुई है. तब से गांव के लोग आयरन युक्त पानी पीने को मजबूर है. ग्रामीण बीमार हो रहे हैं. गांव के सभी हैंडपंप में आयरन युक्त पानी आ रहा है. गांव में वाटर फिल्टर लगाये जाने की मांग ग्राम पटेल ने की है.