कांकेरः रायपुर में हुए लॉकडाउन का असर कांकेर में देखने को मिल रहा है. लॉकडाउन के बाद गुटखा-गुड़ाखू की कालाबाजारी शुरू हो गई है. रायपुर में लॉकडाउन की घोषणा के बाद बाजार से गुड़ाखू गायब हो गया है. वहीं तंबाकू उत्पादों के दाम 40 से 60 रुपए तक प्रति पैकेट तक बढ़ गए हैं. छोटे दुकानादारों में तंबाकू उत्पादों को खरीदने के लिए होड़ मची हुई है. हर कोई जितना अधिक हो सके, इन उत्पादों को स्टोर करने में लगा हुआ है. 120 रुपए पैकेट मिलने वाला गुटाखा 140 रुपए में बिक रहा है.
180 रुपए का गुड़ाखू मिल रहा 250 रुपए में
जिले के थोक बजार में गुड़ाखू के दाम बढ़ने के कारण रिटेल काउंटर पर भी गुड़ाखू महंगा बिक रहा है. गुड़ाखू का एक पैकट जो कुछ दिन पहले 180-190 रुपए में मिल रहा था, उसका दाम बढ़कर 250 रुपए हो गया है. एक गुड़ाखू के पैकेट की कीमत 10 से 20 रुपए तक पहुंच गई है.
पिछले लॉकडाउन में भी जमकर हुई थी कालाबाजारी
पिछले साल लॉकडाउन में गुड़ाखू और गुटखा बेचने वालों ने मनमानी कमाई की थी. एक बार फिर से गुटखा, गुड़ाखू की कालाबाजारी शुरू हो गई है. कारोबारियों को मालूम हो गया है कि लॉकडाउन में सप्लाई बाधित होने से इनकी मांग बढ़ जाती है. इसके चलते इस बार हुए लॉकडाउन में भी कालाबाजारी बढ़ गई है.
आने वाले दिनों में और बढ़ सकते हैं दाम
गांव से शहर में सामान खरीदने पहुंचे एक दुकानदार ने कहा कि तंबाकू उत्पादों जैसे गुड़ाखू के दाम बढ़ने लगे हैं. बाजार में गुड़ाखू नहीं मिल रहा है. 120 रुपए पैकेट मिलने वाला गुटाखा अब 140 रुपए में बिक रहा है. रायपुर से सामान आना बंद होने पर गुटखा और गुड़ाखू के दाम आने वाले दिनों में और बढ़ सकते हैं. यही कारण है कि आम लोग इसे ज्यादा मात्रा में खरीद रहे हैं. लोग तंबाकू उत्पादों को अपने घरों में ही जमा कर रहे हैं.