कांकेर: 10 अगस्त की शाम कांकेर और कोंडागांव जिले की सीमा पर हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में मारे गए नक्सली की शिनाख्त 4 दिन बाद भी नहीं हो सकी. पुलिस ने शुक्रवार को समाज सेवी संस्था की मदद से मृत नक्सली के शव को दफन कर दिया. मृत नक्सली के शव को मुक्तिधाम के नजदीक दफन किया गया है. मृत नक्सली के मिलिट्री कंपनी 1 के सदस्य होने का शक पुलिस जता रही थी. लेकिन उसकी शिनाख्त नहीं हो सकी.
कांकेर और कोंडागांव पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में जवानों और नक्सलियो की जबरदस्त मुठभेड़ हई थी. मुठभेड़ में एक वर्दीधारी नक्सली मारा गया था. नक्सली के पास से पुलिस ने थ्री नॉट थ्री बंदूक भी बरामद की थी. पुलिस ने बताया कि मृत नक्सली की टोपी पर एक स्टार बना हुआ था. पुलिस उसके नक्सलियो के मिलिट्री कंपनी 1 के सदस्य होने की आशंका जता रही थी. कांकेर पुलिस ने अन्य जिलों के पुलिस से संपर्क कर मृत नक्सली की पहचान करने की कोशिश की. लेकिन 4 दिन बाद भी मृत नक्सली की शिनाख्त नहीं हो सकी. शुक्रवार को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम के बाद शव को समाज सेवी संस्था की मदद से दफन कर दिया.
मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की हुई पहचान, 3 लाख का इनामी नक्सली वंजामी भीमा ढेर
नहीं हो सकी शिनाख्त
पुलिस ने मृत नक्सली के सुकमा या बीजापुर जिले के होने की संभावना जताई थी. लेकिन 4 दिन बाद भी शव पर हक जताने कोई नहीं पहुंचा. एसपी एमआर अहिरे के निर्देश पर शव का अंतिम संस्कार किया गया. एएसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि सभी जिलों के एसपी को मृत नक्सली की फोटो भेजी गई थी. सोशल मीडिया के जरिए भी शव की शिनाख्त की कोशिश की गई. लेकिन शव की पहचान नहीं हो सकी.