कांकेर: कांकेर जनपद क्षेत्र के लाल माटवाड़ा गांव में मनरेगा के कार्य में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. ग्रामीणों का आरोप है कि मनरेगा में कार्य करने वाले मेट और रोजगार सहायक ने मिलकर फर्जी मास्टर रोल भरे हैं. फर्जी मास्टर रोल भरकर सरकारी पैसे का गबन किया गया है. जनपद अध्यक्ष रामचरण कोर्राम ने भी जनपद सीईओ पर लापरवाही का आरोप लगाया है. वहीं ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मामले की जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.
ग्रामीणों का आरोप है कि मनरेगा के मेट और रोजगार सहायक ने काम में नहीं आने वाले लोगों के नाम पर मस्टर रोल भरकर हजारों रुपये का गबन किया है. इस बात की जानकारी सरपंच और सचिव को होने के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है. ग्रामीणों का आरोप है कि जो लोग आधे समय तक काम करके लौट जाते हैं. उन लोगों के भी पूरे पैसे निकालकर 50 फीसदी राशि मेट और रोजगार सहायक गबन कर जाते हैं.
30 से अधिक लोगों का फर्जी मास्टर रोल भरा जा रहा
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि मनरेगा कार्य में 30 से अधिक लोग ऐसे हैं, जो मनरेगा का कार्य नहीं करते, लेकिन मेट और रोजगार सहायक ने उनका नाम मस्टर रोल में भरकर राशि निकाल ली है. ग्रामीणों का आरोप है कि गबन का यह खेल लंबे समय से चल रहा है, लेकिन जनपद पंचायत के अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं है.
कलेक्टर से कार्रवाई करने की मांग
मामले की शिकायत इसके पहले जनपद सीईओ यूके पामभोई से भी की गई थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसके बाद ग्रामीणों ने कलेक्टर केएल चौहान से मामले की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.
जनपद सीईओ की लापरवाही
जनपद पंचायत के अध्यक्ष रामचरण कोर्राम ने कहा कि वो खुद इस मामले को लेकर जनपद सीईओ यूके पामभोई को जांच के लिए कह चुके हैं, लेकिन उनकी लापरवाही के कारण मनरेगा में खुलेआम गबन का खेल चल रहा है. उन्होंने कहा कि मामले की उच्च स्तरीय जांच के लिए कलेक्टर से चर्चा कर कार्रवाई की मांग की गई है.