ETV Bharat / state

कांकेर: गढ़िया पहाड़ पर सड़क बनने से आफत में लोगों की जान - bricks

गढ़िया पहाड़ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए सड़कें बनाई गई हैं, लेकिन वहां से बड़े-बड़े पत्थर नहीं हटाए गए हैं, जिनके बारिश में नीचे गिरने का खतरा बना हुआ है और लोग दहशत में हैं.

गढ़िया पहाड़
author img

By

Published : Jul 5, 2019, 2:27 PM IST

कांकेर : शहर से सटे गढ़िया पहाड़ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने प्रशासन ने यहां सड़कें बनवाने का फैसला किया था. तीन साल में यहां सड़कें बनकर तैयार भी हो गई हैं, लेकिन इस सड़क की वजह से जनकपुर वार्ड के कई परिवार बारिश के मौसम में दहशत में जीने को मजबूर हैं. सड़क बनाने के चट्टान तो काटी गई, लेकिन इसके बड़े-बड़े टुकड़े अब तक नहीं हटाए गए हैं, जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

गढ़िया पहाड़

दरअसल, गढ़िया पहाड़ में स्थित मंदिरों और सोनाई रोपाई तालाब का इतिहास लोगों को आकर्षित करता है, जिसके चलते इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है. गढ़िया पहाड़ पर तकरीबन 7 करोड़ की लागत से बड़ी-बड़ी चट्टानों को काटकर सड़क निर्माण करवाया गया है. इस दौरान कई बड़ी-बड़ी चट्टानें काटी गई थीं, जिसके टुकड़े अभी भी सड़कों के किनारे पड़े हुए हैं. लोगों का कहना है कि, 'बारिश के मौसम में पहाड़ से पानी के बहाव की वजह से मिट्टी में कटाव आ जाता है, जिससे जान का खतरा बना रहा है. बड़ी-बड़ी चट्टानों के टुकड़े बारिश के दौरान मिट्टी धसकने से नीचे गिरने लगते हैं, जिससे कभी भी हादसा हो सकता है'.

पिछले साल भी गिरे थे पत्थर
वार्ड के लोगों ने बताया कि, पिछले साल भी तेज बारिश के दौरान मिट्टी का कटाव होने लगा था, जिसके कारण पहाड़ से पत्थर नीचे गिरे थे. पत्थर गिरने से एक घर की दीवार भी ढह गई थी'.

'रहने लायक नहीं है इलाका'
मामले में नगर पालिका सीएमओ का कहना है कि, 'वो स्थान रहने योग्य नहीं है. वहां लोग अवैध कब्जा कर रह रहे हैं'. उन्होंने कहा कि, 'बारिश के दौरान किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए टीम बनाई गई है. वहीं कुछ सरकारी भवनों को ऐसे हालात के लिए राहत केंद्र के रूप में रखा गया है'.

कांकेर : शहर से सटे गढ़िया पहाड़ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने प्रशासन ने यहां सड़कें बनवाने का फैसला किया था. तीन साल में यहां सड़कें बनकर तैयार भी हो गई हैं, लेकिन इस सड़क की वजह से जनकपुर वार्ड के कई परिवार बारिश के मौसम में दहशत में जीने को मजबूर हैं. सड़क बनाने के चट्टान तो काटी गई, लेकिन इसके बड़े-बड़े टुकड़े अब तक नहीं हटाए गए हैं, जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

गढ़िया पहाड़

दरअसल, गढ़िया पहाड़ में स्थित मंदिरों और सोनाई रोपाई तालाब का इतिहास लोगों को आकर्षित करता है, जिसके चलते इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है. गढ़िया पहाड़ पर तकरीबन 7 करोड़ की लागत से बड़ी-बड़ी चट्टानों को काटकर सड़क निर्माण करवाया गया है. इस दौरान कई बड़ी-बड़ी चट्टानें काटी गई थीं, जिसके टुकड़े अभी भी सड़कों के किनारे पड़े हुए हैं. लोगों का कहना है कि, 'बारिश के मौसम में पहाड़ से पानी के बहाव की वजह से मिट्टी में कटाव आ जाता है, जिससे जान का खतरा बना रहा है. बड़ी-बड़ी चट्टानों के टुकड़े बारिश के दौरान मिट्टी धसकने से नीचे गिरने लगते हैं, जिससे कभी भी हादसा हो सकता है'.

पिछले साल भी गिरे थे पत्थर
वार्ड के लोगों ने बताया कि, पिछले साल भी तेज बारिश के दौरान मिट्टी का कटाव होने लगा था, जिसके कारण पहाड़ से पत्थर नीचे गिरे थे. पत्थर गिरने से एक घर की दीवार भी ढह गई थी'.

'रहने लायक नहीं है इलाका'
मामले में नगर पालिका सीएमओ का कहना है कि, 'वो स्थान रहने योग्य नहीं है. वहां लोग अवैध कब्जा कर रह रहे हैं'. उन्होंने कहा कि, 'बारिश के दौरान किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए टीम बनाई गई है. वहीं कुछ सरकारी भवनों को ऐसे हालात के लिए राहत केंद्र के रूप में रखा गया है'.

Intro:कांकेर - शहर से सटे गढ़िया पहाड़ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने प्रशासन ने यहां सड़के बनवाने का फैसला किया था , तीन साल में यहां सड़के बनकर तैयार भी हो गई है , लेकिन इस सड़क के चलते जनकपुरवार्ड के कई परिवार बारिश के मौसम में दहशत में जीने विवश है । गढ़िया पहाड़ में सड़क निर्माण के लिए काटे गए बड़े बड़े चट्टानों के टुकड़े बारिश के दौरान मिट्टी धसकने से नीचे गिरने लगते है , जिससे हर पल यहां के रहवासियों पर ख़तरा बना रहता है।


Body:गढ़िया पहाड़ में तकरीबन 7 करोड़ की लागत से बड़े बड़े चट्टानों को काटकर सड़क निर्माण करवाया गया है , गढ़िया पहाड़ में स्थित मंदिरों और सोनाई रोपाई तालाब का इतिहास लोगो को आकर्षित करता है जिसके चलते इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सके । पहाड़ निर्माण के दौरान बड़ी बड़ी चट्टाने काटी गई थी जिसके टुकड़े अभी भी सड़को के किनारे पड़े हुए है , जब बारिश होती है तब पहाड़ से पानी के बहाव से मिट्टी में कटाव आ जाता है और इसके चलते पत्थर धसकने लगते है , और पत्थरो का नीचे गिरने का खतरा बना रहता है। जिससे पहाड़ के नीचे रहने वाले जनकपुरवार्ड के लोगो पर ख़तरा बना रहता है

पिछले साल भी गिरे थे पत्थर
वार्ड के लोगो ने बताया कि पिछले साल भी तेज बारिश के दौरान मिट्ठी में कटाव होने लगा था और इसके कारण पत्थर नीचे गिर थे , इससे एक घर की दीवार भी ढह गई थी , सड़क बनाने के चट्टान तो काटे गए लेकिन इसके बड़े बड़े टुकड़े अब तक नही हटाये गए है , जिससे हर पल हादसों का खतरा बना रहता है।


Conclusion:अवैध कब्जा कर रहे लोग - सीएमओ
इस मामले में नगर पालिका सीएमओ का कहना है कि वह स्थान रहने योग्य नही है वहा लोग अवैध कब्जा कर रह रहे है । उन्होंने कहा कि बारिश के दौरान किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए टीम बनाई गई है वही कुछ सरकारी भवनों को ऐसे हालात के लिए राहत केंद्र के रूप में रखा गया है ।

बाइट- 1 राम सिंह वार्डवासी
2 कोमल वार्डवासी

सौरभ तिवारी नपा सीएमओ
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.