कांकेर: सोशल मीडिया पर गलत कंटेंट करने वालों की अब खैर नहीं होगी. इसको लेकर कांकेर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन एक्शन में आ गई है. जिसके तहत वर्तमान परिदृश्य में सोशल नेटवर्किंग साइट्स के दुरुपयोग, आपराधिक षडयंत्रों, धार्मिक भावनाएं भड़काने पर यूजर्स को गलत कंटेट करना महंगा पड़ सकता है. व्हाट्स एप पर तो ग्रुप एडमिन को भी आरोपी बनाया जा सकता है. पुलिस ऐसे लोगों पर नजर रख रही है. (peace committee meeting in kanker)
कांकेर में शांति समिति की बैठक: कांकेर के कलेक्टर सभाकक्ष में जिले की शांति समिति की बैठक आयोजित की गई. बैठक में शहर के सभी गणमान्य नागरिक, समाज के अध्यक्ष ,पार्षद गण, पत्रकार और वरिष्ठ नागरिक उपस्थित रहे. इस दौरान शहर में शांति व्यवस्था, आपसी भाईचारे को लेकर सभी ने चर्चा की. शहर में किसी भी प्रकार का सांप्रदायिक माहौल खराब ना बिगड़े, इस पर भी गहन चर्चा भी की गई. कलेक्टर चंदन कुमार (Kanker Collector Chandan Kumar ) ने कहा कि "धार्मिक भवनाए भड़काने वाले पोस्ट को शेयर नहीं करें. इसकी जानकारी तुरन्त पुलिस को दें. ऐसे में शिकायत मिलने पर मामलों में तुरंत कार्रवाई कर आपराधिक प्रकरण भी दर्ज होगा. क्षेत्र में शांति व कानून व्यवस्था को किसी भी प्रकार से बिगड़े नहीं दिया जाएगा. सभी धर्मों के लोग एक दूसरे की भावनाओं की कद्र करें और अफवाहों से बचें."
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पुलिस रडार में व्हाट्सएप ग्रुप: कांकेर एसपी शलभ सिन्हा ने कहा कि "पुलिस की सोशल मीडिया सेल व साइबर सेल लगातार ऐसी वेबसाइट्स पर नजर रख रही हैं. जिले में कई वॉट्सऐप ग्रुप पुलिस रडार में है. अगर इन ग्रुप पर किसी प्रकार का कोई ऐसा मेसेज आए जो माहौल खराब कर सकता है. ऐसे में उसका स्क्रीनशॉट लेने के बाद फौरन पुलिस को सूचना दें. इस दौरान आने वाले मेसेज को बिना सोचे समझे फॉरवर्ड नहीं करें. विवादित पोस्ट को फॉरवर्ड करने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी".
कांकेर कलेक्टर व एसपी ने सभी समाज के प्रमुखों से कहा कि सभी आपसी भाईचारा बना कर रहे. शहर में अपराधी प्रवृत्ति के लोग जो शहर का माहौल बिगाड़ने की कोशिश करते रहते हैं ऐसे लोगों को सभी समाज के लोगों को अंकुश लगाने को कहा गया. कांकेर कलेक्टर ने सभी को धन्यवाद भी दिया. उन्होंने कहा कि देश में कई जगह अप्रिय घटनाएं घटी पर हमारे शहर में इस दौरान शांति व्यवस्था बनी रही. भविष्य में भी किसी भी प्रकार की कोई परेशानी या बात होती है जिला प्रशासन से सीधे आकर बातचीत कर सकते हैं. किसी भी प्रकार की रैली, धरना या अन्य कार्यक्रम करने हो तो प्रशासन से सलाह करके शांतिपूर्ण ढंग से किया जाए.