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कांकेर: भूमकाल दिवस पर युवाओं ने जल, जंगल और जमीन बचाने का लिया प्रण - भूमकाल दिवस 2021

भूमकाल दिवस पर आदिवासी युवा प्रभाग के पदाधिकारी और आदिवासी युवा छात्र संगठन की उपस्थिति में बाइक रैली निकाली गई.

bhumkal day 2021
भूमकाल दिवस 2021
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Published : Feb 11, 2021, 2:52 PM IST

कांकेर: भूमकाल दिवस के अवसर पर गोण्डवाना भवन भीरवाही से बाइक रैली निकाली गई. रैली में आदिवासी युवा प्रभाग के पदाधिकारी और समाज के बुजुर्गों समेत आदिवासी युवा छात्र संगठन के सदस्य भी उपस्थित रहे. रैली शहर के मुख्य मार्ग से सिंगारभाठ घोटूल किल्ले तक निकाली गई.

पढ़ें- 'आंदोलनकारी अगर आंदोलनजीवी तो अंग्रेजों के तलवे चाटने वालों को क्या कहेंगे प्रधानमंत्री'

आदिवासी कार्यकर्ता पीलु उसेण्डी ने सिंगारभांट में देवताओं की पूजा करने के बाद सभा को संबोधित किया. पीलु उसेण्डी ने महान भूमकाल विद्रोह और इसके नायक वीर गुण्डाधुर, डीबरीधुर के महान योगदान के बारे में सभी को बताया. रामजीलाल वट्टी ने अपनी संस्कृति और गोण्डी भाषा का समाज में अनिवार्य होना बताया. युवा प्रभाग की पदाधिकारी शंकुतला तारम ने भी सभा को संबोधित किया. शंकुतला तारम ने आदिवासी समाज में संविधान के अध्ययन का कितना महत्व है उसके बारे में सभी युवाओं को बताया.

कांकेर आदिवासी युवा छात्र संगठन के पूर्व अध्यक्ष अनमोल मण्डावी ने भी भूमकाल दिवस के बारे में युवाओं को सम्बोधित किया. गोंड़वाना समाज महासचिव कन्हैया उसेंडी ने शहीद वीर गुंडाधुर के भूमकाल विद्रोह के बारे में जानकारी देते हुए आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों के बारे में सभी को बताया. कन्हैया उसेंडी ने जंगल जमीन को बचाने के लिए पेसा कानून वन अधिकार कानून 2006 की जानकारी युवा साथियों को दी.

कांकेर: भूमकाल दिवस के अवसर पर गोण्डवाना भवन भीरवाही से बाइक रैली निकाली गई. रैली में आदिवासी युवा प्रभाग के पदाधिकारी और समाज के बुजुर्गों समेत आदिवासी युवा छात्र संगठन के सदस्य भी उपस्थित रहे. रैली शहर के मुख्य मार्ग से सिंगारभाठ घोटूल किल्ले तक निकाली गई.

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आदिवासी कार्यकर्ता पीलु उसेण्डी ने सिंगारभांट में देवताओं की पूजा करने के बाद सभा को संबोधित किया. पीलु उसेण्डी ने महान भूमकाल विद्रोह और इसके नायक वीर गुण्डाधुर, डीबरीधुर के महान योगदान के बारे में सभी को बताया. रामजीलाल वट्टी ने अपनी संस्कृति और गोण्डी भाषा का समाज में अनिवार्य होना बताया. युवा प्रभाग की पदाधिकारी शंकुतला तारम ने भी सभा को संबोधित किया. शंकुतला तारम ने आदिवासी समाज में संविधान के अध्ययन का कितना महत्व है उसके बारे में सभी युवाओं को बताया.

कांकेर आदिवासी युवा छात्र संगठन के पूर्व अध्यक्ष अनमोल मण्डावी ने भी भूमकाल दिवस के बारे में युवाओं को सम्बोधित किया. गोंड़वाना समाज महासचिव कन्हैया उसेंडी ने शहीद वीर गुंडाधुर के भूमकाल विद्रोह के बारे में जानकारी देते हुए आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों के बारे में सभी को बताया. कन्हैया उसेंडी ने जंगल जमीन को बचाने के लिए पेसा कानून वन अधिकार कानून 2006 की जानकारी युवा साथियों को दी.

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