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naxal terror in kanker: नक्सलियों ने ली आर्मी जवान के हत्या की जिम्मेदारी

कांकेर में नक्सलियों ने बैनर लगाकर आर्मी जवान की हत्या का जिम्मा लिया है. शनिवार को आर्मी जवान मोतीराम की नक्सलियों ने गोली मार कर बेरहमी से हत्या कर दी थी. जिसके बाद बैनर में नक्सलियों ने बस्तर संभाग के कारपोरेटीकरण, सैनिककरण, अग्निविर भर्ती के विरोध में जवान की हत्या करने बात कही है. घटना को आमाबेड़ा कुंएमारी एरिया कमेटी ने अंजाम दिया है.

Naxal Terror In Kanker
कांकेर में नक्सलियों का आतंक
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Published : Mar 1, 2023, 4:22 PM IST

कांकेर: शनिवार को आमाबेड़ा थाना क्षेत्र के उसेली गांव में वार्षिक मेला लगा था. जिस आयोजन में आसपास के गावों से भी बड़ी संख्या में लोग मेले में पहुंचे थे. इसी मेले में आर्मी का एक जवान भी शामिल हुआ था. जवान की पोस्टिंग असम में थी. वह भी वहीं पहुंचा हुआ था. इसी मेले में दो अज्ञात नक्सली भी पहुंचे, जिन्होंने आर्मी जवान मोती राम आंचला पर फायरिंग दी. जिसमें आर्मी जवान गंभीर रूप से घायल हो गया था. जिसकी बाद उसकी मौत हो गई

सिविल ड्रेस में पहुंचे थे नक्सली: नक्सलियों के गोली मारे जाने की वजह से जवान घायल हो गया. जिसके बाद आर्मी जवान को आमाबेड़ा स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया. जहां डाक्टर ने जवान को मृत घोषित कर दिया. बताया जा रहा कि नक्सली मौके पर सिविल ड्रेस में पहुंचे थे. जो की भीड़ में शामिल थे. उन्होंने घटना को अंजाम दिया और मौके से फरार हो गए.

असम में तैनात था आर्मी जवान: बस्तर आईजी सुन्दरराज पी ने बताया कि "नक्सलियों की स्मॉल एक्शन टीम ने इस वारदात को अंजाम दिया है. जिस घटना में जवान की मौत हो गई है. मृतक आर्मी जवान मोती राम आंचला असम में अपनी सेवाएं दे रहा था, जो एक हफ्ते पहले ही अपने गृह गांव बड़ेतेवरा में छुट्टी मनाने आया था.

यह भी पढ़ें: Encounter in Kanker आलदंड के जंगल में पुलिस नक्सली मुठभेड़, दो बार हुई मुठभेड़, सर्चिंग में नक्सल सामान बरामद

पुलिस ने इस मामले में क्या कहा: नक्सल हमले में शहीद जवान के अंतिम विदाई में शामिल हुए कांकेर एसपी शलभ सिन्हा ने कहा था कि "नक्सली अपने आप को लोगों का हितैषी बताते हैं. लेकिन उनकी हरकतें आतंकवाद से कम नहीं है. जीता जागता उदाहरण आर्मी जवान की हत्या है. आर्मी जवान का नक्सलवाद की लड़ाई से कोई लेना देना नही था. ये अपनी ड्यूटी ईमानदारी से कर रहे थे. छुट्टियों में घर आए थे. इस तरह से नक्सलियों ने कायराना हरकत को अंजाम देकर उनकी हत्या की है. ये मानवाधिकार का उल्लंघन है. इससे बड़ा ह्यूमन राइट्स वॉयलेशन तो कुछ हो ही नहीं सकता है."

कांकेर: शनिवार को आमाबेड़ा थाना क्षेत्र के उसेली गांव में वार्षिक मेला लगा था. जिस आयोजन में आसपास के गावों से भी बड़ी संख्या में लोग मेले में पहुंचे थे. इसी मेले में आर्मी का एक जवान भी शामिल हुआ था. जवान की पोस्टिंग असम में थी. वह भी वहीं पहुंचा हुआ था. इसी मेले में दो अज्ञात नक्सली भी पहुंचे, जिन्होंने आर्मी जवान मोती राम आंचला पर फायरिंग दी. जिसमें आर्मी जवान गंभीर रूप से घायल हो गया था. जिसकी बाद उसकी मौत हो गई

सिविल ड्रेस में पहुंचे थे नक्सली: नक्सलियों के गोली मारे जाने की वजह से जवान घायल हो गया. जिसके बाद आर्मी जवान को आमाबेड़ा स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया. जहां डाक्टर ने जवान को मृत घोषित कर दिया. बताया जा रहा कि नक्सली मौके पर सिविल ड्रेस में पहुंचे थे. जो की भीड़ में शामिल थे. उन्होंने घटना को अंजाम दिया और मौके से फरार हो गए.

असम में तैनात था आर्मी जवान: बस्तर आईजी सुन्दरराज पी ने बताया कि "नक्सलियों की स्मॉल एक्शन टीम ने इस वारदात को अंजाम दिया है. जिस घटना में जवान की मौत हो गई है. मृतक आर्मी जवान मोती राम आंचला असम में अपनी सेवाएं दे रहा था, जो एक हफ्ते पहले ही अपने गृह गांव बड़ेतेवरा में छुट्टी मनाने आया था.

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पुलिस ने इस मामले में क्या कहा: नक्सल हमले में शहीद जवान के अंतिम विदाई में शामिल हुए कांकेर एसपी शलभ सिन्हा ने कहा था कि "नक्सली अपने आप को लोगों का हितैषी बताते हैं. लेकिन उनकी हरकतें आतंकवाद से कम नहीं है. जीता जागता उदाहरण आर्मी जवान की हत्या है. आर्मी जवान का नक्सलवाद की लड़ाई से कोई लेना देना नही था. ये अपनी ड्यूटी ईमानदारी से कर रहे थे. छुट्टियों में घर आए थे. इस तरह से नक्सलियों ने कायराना हरकत को अंजाम देकर उनकी हत्या की है. ये मानवाधिकार का उल्लंघन है. इससे बड़ा ह्यूमन राइट्स वॉयलेशन तो कुछ हो ही नहीं सकता है."

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