कांकेर: भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष नवीन मार्कण्डेय कांकेर के एक दिवसीय दौरे पर रहे. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने नवीन मार्कण्डेय का जोरदार स्वागत किया. साथ ही बाइक रैली के साथ शहर के नए बस स्टैंड के पास आतिशबाजी की. वहीं कलेक्ट्रेट रोड में भारत रत्न डॉ. भीम राव अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण किया.
इस दौरान नवीन मार्कण्डेय ने कहा कि राजनीति एक प्रयोगशाला है. पार्टी देख समझकर किसी कार्यकर्ता को इस विश्वास के साथ नेतृत्व की जिम्मेदारी देती है. पार्टी को मजबूत करने का कार्य करेंगे. राजनीति जनता की सेवा करने का एक माध्यम है. प्रदेश में भाजपा की सरकार आने से पहले कांग्रेस की सरकार थी, जिसका एक मात्र ध्येय भूख, भ्रष्टाचार और भय था. 2003 में भाजपा प्रदेश की सत्ता में आने के बाद सर्वप्रथम भूख से मुक्ति दिलाने के लिए चावल योजना लाई गई. जब तक प्रदेश में भाजपा की सरकार थी, कोई भूख से नहीं मरा. कांग्रेस के समय भय और भ्रष्टाचार चरम पर आ गया है.
राजधानी में खुलेआम चाकूबाजी की घटना हो रही
प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के बाद भय और भ्रष्टाचार शुरू हो गया है. राजधानी में खुलेआम चाकूबाजी की घटना में लोगो की हत्या की जा रही है. प्रदेश में अराजकता, अत्याचार, अनाचार बढ़ गया है. पत्रकारों को पुलिस के सामने सरेराह पीटा जा रहा है. पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बनी हुई है. आदिवासी और अन्य समाज की युवतियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म बढ़ा है. पीड़ित परिवार को आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ रहा है.
भूपेश सरकार किसानों के साथ कर रही छल
मार्कण्डेय ने कहा कि प्रदेश की सरकार किसानों के साथ छल कर रही है. किसानों का धान 2500 रुपये में नहीं खरीद रही, बल्कि समर्थन मूल्य पर ही खरीद रही है. साथ ही किसानों को अंतर की राशि भी किस्तों में दे रही है. पिछले सत्र का अंतर का पूरा पैसा किसानों को मिला नहीं है. धान धरीदी प्रारम्भ हो गई है. गिरदावरी रिपोर्ट में किसानों का रकबा कम की गई है.
मार्कण्डेय ने भूपेश सरकार पर साधा निशाना
मार्कण्डेय ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने धान खरीदी के लिए अक्टूबर में ही पैसा प्रदेश सरकार को दे दिया है, लेकिन भूपेश बघेल सरकार ने धान खरीदी के पैसे का ब्याज खाने के लिये नवंबर के बजाय दिसंबर से धान खरीदी कर रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा में मोर्चा बना है. मोर्चा संभालने के लिए. लोकतंत्र में वोट की ताकत ही सब कुछ है. इसलिए आगामी चुनाव में प्रदेश की कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकना है.