कांकेर: कोरोना संकट के दौरान बच्चों की पढ़ाई का नुकसान न हो इसलिए राज्य सरकार ने 'पढ़ई तुंहर दुआर' की शुरुआत की थी. शुरुआती दौर में कई इलाकों में नेटवर्क और मोबाईल के अभाव होने जैसी शिकायत भी सामने आई थी. कांकेर के शिक्षकों ने ऑनलाइन क्लास में जोरदार प्रदर्शन किया है. ग्राम लिलेझर स्कूल के शिक्षक राजेश महावीर गणित के शिक्षक हैं. जिले में सबसे अधिक बच्चों को ऑनलाइन क्लास से जोड़ने का श्रेय उन्हें जाता है. पोर्टल की शुरुआत के बाद से उन्होंने नियमित 248 क्लास लिए हैं. उनकी क्लास में अबतक सर्वाधिक 9599 छात्र जुड़े हैं. शिक्षक राजेश महावीर के ऑनलाइन क्लास में छत्तीसगढ़ के लगभग सभी जिलों के छात्र शामिल हुए हैं.
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शिक्षकों की परेशानी
ऑनलाइन क्लास के लिए 30 फीसदी शिक्षक ऐसे भी हैं, जो नेटवर्क की समस्या होने के कारण क्लास नहीं ले पा रहे हैं. वहीं दूसरा मुख्य कारण डिजिटल उपकरणों का भी है. शिक्षक अपने स्वयं के खर्चे में डिजिटल उपकरण जैसे मोबाइल, मोबाइल स्टैंड, माइक, कैमरा की व्यवस्था कर रहे हैं. इसके अलावा शिक्षक इंटरनेट डाटा पर पैसे खर्च कर रहे हैं.
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सर्वाधिक छात्रों को जोड़ने वाले शिक्षक का क्या है राज
सर्वाधिक छात्रों को जोड़ने वाले शिक्षक राजेश महावीर बताते हैं कि अभी वे डिजिटल उपकरण में पेन, टैबलेट, मोबाइल फोन, वेब कैमरा का इस्तेमाल करते हैं. अपने स्वयं के खर्च से इन डिजिटल उपकरणों को उन्होंने खरीदा है. एक मोबाइल में 90 से 100 बच्चे ऑनलाइन क्लास में जुड़ते हैं. उससे अधिक के लिए दूसरे मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल उपकरणों की जरूरत पड़ती है. ऐसे में कई बार अन्य बच्चे ऑनलाइन क्लास से जुड़ने के लिए वंचित रह जाते हैं. उन्होंने बताया कि फिर भी उनका प्रयास रहता है कि दूसरा मोबाइल फोन उपयोग कर बच्चों को ऑनलाइन क्लास में जोड़ सकें. शिक्षक राजेश महावीर बच्चों को गणित विषय में योग्य बनाने में लगे हुए हैं. राजेश रोज नियमित रूप से क्लास लेते हैं. जिस कारण बच्चे भी रोज उनकी क्लास से जुड़ते हैं.
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जिला एडमिन संजीत श्रीवास्तव ने की तारीफ
ऑनलाईन क्लास के जिला एडमिन संजीत श्रीवास्तव ने ETV भारत से बातचीत में बताया कि लीलेझर के शिक्षक राजेश महावीर सुबह 9 बजे ऑनलाइन क्लास लेना शुरू करते हैं. उन्होंने सबसे अधिक बच्चों को ऑनलाइन क्लास में जोड़ा है. ऐसे ही एक शिक्षक तृप्ति गजभिए हैं. जो दूरस्थ अंचल में पदस्थ हैं उन्होंने अंग्रेजी जैसे विषय पर ऑनलाइन क्लास ली है. 6वीं से 12वीं तक के ग्रामर को पूरा कराया है.
संजीत श्रीवास्तव कहते हैं कि वर्चुअल क्लास के लिए जिले के शिक्षक अपना मोबाइल फोन ले रहे हैं. डाटा भी खर्च कर रहे हैं. सारे डिजिटल उपकरण अपने व्यक्तिगत व्यय से ले रहे है. शासन की ओर से हमे 3 लैपटॉप मिले हैं. जो शिक्षकों को दिया गया है.
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दूसरे नंबर पर शिक्षिका वंदना पटेल का नाम
प्रदेश में 7 अप्रैल से पढ़ई तुहर दुआर कार्यक्रम शुरू किया गया. जिले में इस कार्यक्रम के लिए सरकारी स्कूलों के 8 हजार 9 शिक्षकों और 73 हजार 543 छात्रों ने पंजीयन कराया था. कार्यक्रम शुरू होने के 8 महीनों बाद जारी रिर्पोट के अनुसार चारामा विकासखंड के ग्राम लिलेझर के गणित शिक्षक राजेश महावीर ने ऑनलाइन क्लास के माध्यम से जिले में सर्वाधिक 9,599 छात्रों को जोड़ा है. जिले में दूसरे नंबर पर पटौद हायर सेकेंडरी स्कूल की अंग्रेजी शिक्षिका वंदना पटेल हैं. वंदना ने 128 ऑनलाइन क्लास लेकर 8847 छात्रों को जोड़ा है.