कांकेर: जिला मुख्यालय स्थित गौरव पथ में सुभाष वार्ड निवासियों ने चक्काजाम कर दिया है. वार्ड वासियों की मांग है कि कांकेर जिला मुख्यालय में सुभाषवार्ड में मटन, चिकन एवं मछली विक्रेताओं की ओर से दूध नदी में मटन, मुर्गा, मछली आदि के अवशिष्ट फेंके जा रहा हैं.
जिससे आसपास रहने वाले लोगों के बीच संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है. इस संबंध में मोहल्लेवासियों की ओर से कई बार कलेक्टर और नगर पालिका के अधिकारी को सूचित किया गया. लेकिन शहर में कहीं भी कचरा फेंकने की व्यवस्था नहीं बनपाई है. स्थानिय लोगों का मानना है कि यहां का अवशेष पदार्थ चार माह से यहां पड़ा है.
स्थानीय लोगों का मानना है कि कचरे से असहनीय बदबू से वहां रहना दुर्भर हो गया है. क्योंकि सुभाषवार्ड में मटन, चिकन, मछली दुकान के पास ही शनिदेव का मंदिर है. जहां अवशिष्ट का उचित प्रबंधन नहीं होने के कारण कौएं, कुते जैसे जानवर अवशिष्ट पदार्थों को मंदिर में छोड़ देते हैं.
सुभाष वार्ड में मटन मार्केट में रोजना बड़ी मात्रा में अवशिष्ट पदार्थ निकलता है. पहले नगरपालिका इन अपशिष्ट पदार्थ को शहर से बाहर ले जाकर फेंका करता था. लेकिन लंबे समय से नगर पालिका कचरा उठाने नहीं आ रहा है. जिसके कारण व्यापारियों की ओर से मटन मार्केट के पीछे ही दूध नदी तट पर कचरे को फेंका जा रहा है.
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मटन मार्केट से निकला कचरा सड़ता है और बदबू पैदा करता है. जिसकी बदबू आसपास फैल रही है. बदबू के कारण लोग परेशान हैं. एक ओर जहां मटन व्यवसायी नगर पालिका के कचरा वाहन के नहीं पहुंचने की बात कर रहे हैं, तो दूसरी ओर नगर पालिका के अधिकारी अपशिष्ट पदार्थों के निपटारे की जिम्मेदारी मटन मार्केट के व्यवसायियों की होने की बात कह रही है.
पुलिस अधिकारी भी लिख चुके है पत्र
शहर के बीच स्थित मटन मार्केट से आ रही बदबू पुलिस थाने तक पहुंच रही है. पुलिस थाने के अधिकारी कर्मचारियों के साथ यहां पहुंचने वाले फरियादी भी बदबू के कारण परेशान नजर आते हैं. बदबू से परेशान कोतवाली पुलिस ने अब समस्या के समाधान के लिए नगरपालिका को पत्र लिखा है.
स्थानीय प्रशासन ने 15 दिन की मोहलत का समय मांगा है. ताकि अपशिष्ट पदार्ध और बदबू उठाने की उचित व्यवस्था की जाए. ढाई घंटे के जाम के बाद स्थानीय लोगों ने जाम खत्म कर दिया है. लेकिन 15 दिन में समस्या का समाधान नहीं होता हो तो लोग उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे.