कांकेर: जगदलपुर नेशनल हाइवे 30 स्थित चारामा घाटी में बुधवार की सुबह भू-स्खलन (landslide) होने लगा. पत्थर की चट्टानों (stone rock) के साथ पहाड़ से मलबा एनएच-30 (NH-30) पर गिरने लगा. इससे दोनों तरफ का आवागमन आधे घण्टे तक के लिए बंद कर दिया गया.
एनएच-30 करीब पर आवागमन पांच घंटे बंद होने से वाहनों की लम्बी कतार लग गई. चारामा घाटी में आए दिन भूस्खलन (landslide) होने के चलते आवागमन प्रभावित होता है. भूस्खलन के चलते कभी भी बड़ी दुर्घटना (Accident) होने की संभवना रहती है.
राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर सड़क चौड़ीकरण के दौरान चारामा घाट को सीधा करने के लिए यहां पर विशाल पहाड़ को बीचो-बीच काट कर सडक़ का निर्माण किया गया. जहां से लगातार बारिश (incessant rain) के कारण पहाड़ी से भू-स्खलन हो रहा है. बुधवार रात से पहाड़ी से पत्थर के साथ मलबा सड़क पर गिर रहा है.
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बारिश ने बढ़ाया भू-स्खलन का खतरा
लगातार बारिश होने के कारण धीरे-धीरे भू-स्खलन बढ़ता ही जा रहा है. हालांकि अब पुरानी सड़क की तरफ वाहनों की आवाजाही शुरू हो चुकी है. पुरानी सड़क पर वाहनों की आवाजाही से बार-बार जाम की स्थिति निर्मित हो जा रही है.
जानकरी के अनुसार पहाड़ की कटिंग (mountain cutting) सही तरिके से नहीं होने के चलते बरसात में कई बार पहाड़ टूट कर रोड (सड़क) के बीचों-बीच गिर जाता है. जिसे रोकने के लिए एक जाली लगा दी गई है. जारी भूस्खलन नहीं रुक पा रहा है. पहाड़ में दरारें आ गई हैं. जहां कभी भी गम्भीर दुर्घटना (serious accident) घट सकती है.