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12वीं में खुशी की 7वीं रैंक आई, कलेक्टर ने फोन कर दी बधाई

धमतरी की रहने वाली खुशी गंजीर ने बारहवीं बोर्ड की परीक्षा में सातवां स्थान प्राप्त किया.

परिवार के साथ खुशी
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Published : May 10, 2019, 8:15 PM IST

Updated : May 10, 2019, 8:39 PM IST

कांकेर: माध्यमिक शिक्षा मंडल ने बारहवीं और दसवीं बोर्ड के नतीजों का ऐलान कर दिया है. बारहवीं बोर्ड में धमतरी जिले के निजी स्कूल की छात्रा खुशी गंजीर ने प्रदेश में सातवां स्थान हासिल किया है.

खुशी ने हासिल की 7वीं रैंक


परिवार के लोग दे रहे बधाई
खुशी की इस उपलब्धि से उनके पूरे परिवार में खुशी का माहौल है और सभी एक दूसरे को मिठाइयां खिलाकर खुशियां मना रहे है. वहीं परिवार के लोगों को फोन पर बधाइयां दे रहे हैं.


खुशी ने हासिल किया सातवां स्थान
बारहवीं बोर्ड में प्रदेश में सातवां स्थान हासिल कर धमतरी जिले का नाम रोशन करने वाली खुशी ने बताया कि वो रोजाना 6 घंटे पढाई करती थी. उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य मेरिट लिस्ट में अपना स्थान पक्का करना था.


10वीं में हासिल किए थे 92 फीसदी अंक
खुशी ने दसवीं बोर्ड की परीक्षा में भी 92 फीसदी अंक हासिल किए थे, लेकिन वो मेरिट लिस्ट में स्थान नहीं बना सकी थी, खुशी बताती हैं बोर्ड परीक्षा में मेरिट लिस्ट में स्थान बनाने का यह आखिरी मौका था, इसलिए उन्होंने तय कर लिया था कि किसी भी हालत में वो मेरिट लिस्ट में अपना नाम लाकर ही रहेंगी.


टीवी में नाम देखकर लगी जानकारी
जिसके लिए उन्होंने जीतोड़ मेहनत की थी, उन्होने बताया की उन्हें खुद पर भरोसा था कि वो मेरिट में आएंगी, इसलिए शुक्रवार को एक बजे से वो टीवी के सामने ही बैठी थी. जैसे ही टीवी पर उन्होने अपना नाम देखा वो खुशी से झूम उठी और फौरन इसकी जानकारी परिवार को दी.


रिश्तेदार के घर रहकर कर रही पढ़ाई
खुशी इस वक़्त अपने बड़े पापा के घर कांकेर के कोरर में है. उन्होंने अपने माता-पिता को भी फोन पर मेरिट लिस्ट में आने की जानकारी दी, जिससे वो झूम उठे है.


धमतरी कलेक्टर ने फोन पर दी बधाई
खुशी के मेरिट लिस्ट में स्थान बनाने पर धमतरी कलेक्टर रजत बंसल ने उन्हें फोन पर बधाई दी. इस पर खुशी ने कहा कि 'उन्हें बहुत ही गौरवान्वित महसूस हो रहा है कि जिले के कलेक्टर ने उन्हें फोन किया. खुशी बड़ी होकर कलेक्टर बनना चाहती है. खुशी के छोटे भाई त्रिलोक गंजीर ने भी दसवीं बोर्ड की परीक्षा में 71 फीसदी अंक हासिल किए हैं.


छात्रों को दिया ये संदेश
अक्सर देखा जाता है कि परीक्षा में कम अंक आने या असफल हो जाने पर कई छात्र गलत कदम उठा लेते है. ऐसे छात्रों को संदेश देते हुए खुशी ने कहा कि 'कभी भी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए. दसवीं बोर्ड में जब वे मेरिट सूची में स्थान नहीं बना पाई थी तो उन्हें भी निराशा हुई थी, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और बारहवीं में उन्होंने अपना लक्ष्य हासिल करते हुए मेरिट में स्थान बनाया है.


सोशल मीडिया से बनाई थी दूरी
खुशी ने बताया कि 'वो पहले सोशल नेटवर्किग साइट्स का इस्तेमाल करती थीं. लेकिन बारहवीं बोर्ड परीक्षा के लिए उन्होंने इससे दूरी बना रखी थी और इसका इस्तेमाल बेहद कम कर दिया था. वो सिर्फ पढ़ाई में ध्यान दे रही थीं, जिसका नतीजा सार्थक रहा.


स्कूल में होती है बेहतर पढ़ाई
खुशी ने अपनी उपलब्धि के लिए टीचरों का धन्यवाद किया है. खुशी ने बताया कि 'स्कूल में बेहतर पढ़ाई होती थी और इस वजह से उन्हें कभी ट्यूशन लेने की जरूरत नही पड़ी.


प्राइवेट कंपनी में कर्मचारी हैं पिता
खुशी के पिता नरेंद्र गंजीर धमतरी में एक प्राइवेट कृषि कंपनी में काम करते हैं. वहीं उनकी मां निलेश्वरी घर की जिम्मेदारी संभालती हैं. खुशी कहती हैं कि वो कलेक्टर बनकर देश सेवा करना चाहती हैं साथ ही अपने माता -पिता को हर खुशी देना चाहती है.

कांकेर: माध्यमिक शिक्षा मंडल ने बारहवीं और दसवीं बोर्ड के नतीजों का ऐलान कर दिया है. बारहवीं बोर्ड में धमतरी जिले के निजी स्कूल की छात्रा खुशी गंजीर ने प्रदेश में सातवां स्थान हासिल किया है.

खुशी ने हासिल की 7वीं रैंक


परिवार के लोग दे रहे बधाई
खुशी की इस उपलब्धि से उनके पूरे परिवार में खुशी का माहौल है और सभी एक दूसरे को मिठाइयां खिलाकर खुशियां मना रहे है. वहीं परिवार के लोगों को फोन पर बधाइयां दे रहे हैं.


खुशी ने हासिल किया सातवां स्थान
बारहवीं बोर्ड में प्रदेश में सातवां स्थान हासिल कर धमतरी जिले का नाम रोशन करने वाली खुशी ने बताया कि वो रोजाना 6 घंटे पढाई करती थी. उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य मेरिट लिस्ट में अपना स्थान पक्का करना था.


10वीं में हासिल किए थे 92 फीसदी अंक
खुशी ने दसवीं बोर्ड की परीक्षा में भी 92 फीसदी अंक हासिल किए थे, लेकिन वो मेरिट लिस्ट में स्थान नहीं बना सकी थी, खुशी बताती हैं बोर्ड परीक्षा में मेरिट लिस्ट में स्थान बनाने का यह आखिरी मौका था, इसलिए उन्होंने तय कर लिया था कि किसी भी हालत में वो मेरिट लिस्ट में अपना नाम लाकर ही रहेंगी.


टीवी में नाम देखकर लगी जानकारी
जिसके लिए उन्होंने जीतोड़ मेहनत की थी, उन्होने बताया की उन्हें खुद पर भरोसा था कि वो मेरिट में आएंगी, इसलिए शुक्रवार को एक बजे से वो टीवी के सामने ही बैठी थी. जैसे ही टीवी पर उन्होने अपना नाम देखा वो खुशी से झूम उठी और फौरन इसकी जानकारी परिवार को दी.


रिश्तेदार के घर रहकर कर रही पढ़ाई
खुशी इस वक़्त अपने बड़े पापा के घर कांकेर के कोरर में है. उन्होंने अपने माता-पिता को भी फोन पर मेरिट लिस्ट में आने की जानकारी दी, जिससे वो झूम उठे है.


धमतरी कलेक्टर ने फोन पर दी बधाई
खुशी के मेरिट लिस्ट में स्थान बनाने पर धमतरी कलेक्टर रजत बंसल ने उन्हें फोन पर बधाई दी. इस पर खुशी ने कहा कि 'उन्हें बहुत ही गौरवान्वित महसूस हो रहा है कि जिले के कलेक्टर ने उन्हें फोन किया. खुशी बड़ी होकर कलेक्टर बनना चाहती है. खुशी के छोटे भाई त्रिलोक गंजीर ने भी दसवीं बोर्ड की परीक्षा में 71 फीसदी अंक हासिल किए हैं.


छात्रों को दिया ये संदेश
अक्सर देखा जाता है कि परीक्षा में कम अंक आने या असफल हो जाने पर कई छात्र गलत कदम उठा लेते है. ऐसे छात्रों को संदेश देते हुए खुशी ने कहा कि 'कभी भी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए. दसवीं बोर्ड में जब वे मेरिट सूची में स्थान नहीं बना पाई थी तो उन्हें भी निराशा हुई थी, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और बारहवीं में उन्होंने अपना लक्ष्य हासिल करते हुए मेरिट में स्थान बनाया है.


सोशल मीडिया से बनाई थी दूरी
खुशी ने बताया कि 'वो पहले सोशल नेटवर्किग साइट्स का इस्तेमाल करती थीं. लेकिन बारहवीं बोर्ड परीक्षा के लिए उन्होंने इससे दूरी बना रखी थी और इसका इस्तेमाल बेहद कम कर दिया था. वो सिर्फ पढ़ाई में ध्यान दे रही थीं, जिसका नतीजा सार्थक रहा.


स्कूल में होती है बेहतर पढ़ाई
खुशी ने अपनी उपलब्धि के लिए टीचरों का धन्यवाद किया है. खुशी ने बताया कि 'स्कूल में बेहतर पढ़ाई होती थी और इस वजह से उन्हें कभी ट्यूशन लेने की जरूरत नही पड़ी.


प्राइवेट कंपनी में कर्मचारी हैं पिता
खुशी के पिता नरेंद्र गंजीर धमतरी में एक प्राइवेट कृषि कंपनी में काम करते हैं. वहीं उनकी मां निलेश्वरी घर की जिम्मेदारी संभालती हैं. खुशी कहती हैं कि वो कलेक्टर बनकर देश सेवा करना चाहती हैं साथ ही अपने माता -पिता को हर खुशी देना चाहती है.

Intro:कांकेर - माध्यमिक शिक्षा मंडल ने आज बारहवीं और दसवीं बोर्ड के नतीजे जारी कर दिए है , बारहवीं बोर्ड में धमतरी जिले के ओरिकल पब्लिक स्कूल की छात्रा खुशी गंजीर ने प्रदेश में सातवां स्थान हासिल किया है , खुशी की इस उपलब्धि से उनके पूरे परिवार में खुशी का माहौल है और सभी एक दूसरे को मिठाइयां खिलाकर खुशियां मना रहे है वही परिवार के लोगो को फोन पर बधाइयों का तांता लगा हुआ है , खुशी से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की।


Body:बारहवीं बोर्ड में प्रदेश में सातवां स्थान हासिल करके पूरे धमतरी जिले का नाम रोशन करने वाली खुशी ने बताया कि वो रोजाना 6 घण्टे पढाई करती थी , और उनका स्पष्ठ लक्ष्य इस बार मेरिट सूची में स्थान बनाना था , खुशी ने दसवीं बोर्ड की परीक्षा में भी 92 प्रतिशत अंक हासिल किए थे लेकिन वो मेरिट सूची में स्थान नही बना सकी थी , खुशी बताती है बोर्ड परीक्षा में मेरिट सूची में स्थान बनाने का यह आखिरी मौका था इसलिए उन्होंने तय कर लिया था कि किसी भी हालत में वो मेरिट सुची में स्थान बनाकर रहेंगी , जिसके लिए उन्होंने जीतोड़ मेहनत की थी , उन्होने बताया की उन्हें अपने ऊपर पुरा भरोसा था कि वो मेरिट में आएंगी इसलिए आज 1 बजे से वो टीवी के सामने ही बैठी थी , जैसे ही टीवी पर उन्होने अपना नाम देखा वो खुशी से झूम उठा और अपने पूरे परिवार को इसकी जानकारी दी , खुशी इस वक़्त अपने बड़े पाप के घर कांकेर के कोरर में है , उन्होने अपने माता -पिता को भी फोन पर मेरिट सूची में स्थान बनाने की जानकारी दी , जिससे वो भी खुशी से झूम उठे है। खुशी के स्कूल के शिक्षक उनके सहपाठी सभी ने खुशी को फोन पर बधाई दी है ।

धमतरी कलेक्टर ने फोन पर दी बधाई
खुशी के मेरिट सूची में स्थान बनाने पर उन्हें धमतरी के कलेक्टर रजत बंसल ने फोन पर बधाई दी ,इस पर खुशी ने कहा कि उन्हें बहुत ही गौरवान्वित महसूस हो रहा है कि जिले के कलेक्टर ने उन्हें फोन किया , खुशी रजत बंसल की तरह ही कलेक्टर बनना चाहती है ।

छोटे भाई ने दसवीं में हासिल किए 71 प्रतिशत
खुशी के छोटे भाई त्रिलोक गंजीर ने भी इस वर्ष दसवीं बोर्ड की परीक्षा दी थी उन्होंने दसवीं बोर्ड में 71 प्रतिशत अंक हासिल किए है ।

छात्रों को दी सलाह , हिम्मत ना हारे
अक्सर देखा जाता है कि परीक्षा में कम अंक आने या असफल हो जाने पर कई छात्र गलत कदम उठा लेते है , ऐसे छात्रों को संदेश देते हुए खुशी ने कहा कि कभी भी हिम्मत नही हारना चाहिए , दसवीं बोर्ड में जब वो मेरिट सूची में स्थान नही बना पाई थी तो उन्हें भी निराशा हुई थी लेकिन उन्होंने हिम्मत नही हारी और बारहवीं में उन्होंने अपना लक्ष्य हासिल करते हुए मेरिट में स्थान बनाया है।

सोशल मीडिया से बनाई थी दूरी
खुशी ने बताया कि वो पहले सोशल नेटवर्किग साइट्स का इस्तेमाल करती थी लेकिन बारहवीं बोर्ड के लिए उन्होने इससे दूरी बना रखी थी और बेहद कम इसका इस्तेमाल किया और सिर्फ पढाई पर ध्यान दिया जिसका नतीजा सार्थक रहा।

शिक्षकों को कहा शुक्रिया ,
खुशी ने अपनी इस उपलब्धि पर अपने सभी शिक्षकों को शुक्रिया अदा किया है, खुशी ने बताया कि स्कूल में काफी अच्छी पढाई होती थी , जिसके चलते उन्हें कभी ट्यूशन की जरूरत नही पड़ी।




Conclusion:प्राइवेट कंपनी में काम करते है पिता
खुशी के पिता नरेंद्र गंजीर धमतरी में एक प्राइवेट कृषि कम्पनी में काम करते है , वही उनकी माँ निलेश्वरी घर की जिम्मेदारी संभालती है , खुशी कहती है वो कलेक्टर बनकर देश सेवा करना चाहती है साथ ही अपने माता -पिता को हर खुशी देना चाहती है।

1 2 1 खुशी गंजीर

बाइट- कृष्ण कुमार गंजीर बड़े पिता , खुशी गंजीर
Last Updated : May 10, 2019, 8:39 PM IST
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