कांकेर: जिले के बासनवाही हॉस्टल के विद्यार्थियों ने मंगलवार छात्रावास प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. छात्रों ने हॉस्टल के वार्डन पर परेशान करने का आरोप लगाया है. हॉस्टल वार्डन की शिकायत को लेकर स्टूडेंट्स ने 40 किलोमीटर का सफर तय किया और कांकेर जिला मुख्याल पहुंचे. उसके बाद सभी छात्रों ने अपनी परेशानी जिला प्रशासन से बयां की.
हॉस्टल वार्डन पर स्टूडेंट्स ने लगाए गंभीर आरोप: बासनवाही हॉस्टल अधीक्षक पर विद्यार्थियों ने कई आरोपों की बौछार कर दी. छात्रों का कहना है कि" हॉस्टल वार्डन छात्रावास की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है. वह इस ओर कोई काम नहीं कर रहे हैं. खाने की बात की जाए तो भोजन में सब्जी एक ही बार दी जाती है. दोबारा मांगने पर सब्जी नहीं दी जाती है. छात्रों ने कलेक्टर ऑफिस में प्रभारी सहायक आयुक्त से बात कर अपनी परेशानी साझा की है.
"हॉस्टल भवन की स्थिति अच्छी नहीं है. पानी का रिसाव होता है. 6 कमरों में से 3 कमरों का ही उपयोग हो रहा है. दो कमरों के पंखे बंद पड़े हैं. बाथरूम में पानी नहीं आता. एक बाथरूम में लाइट तक नहीं है. खिड़कियां टूट चुकी हैं. दरवाजे खराब हो चुके हैं. एक बाथरूम का तो दरवाजा ही गायब हो गया है"- छात्र, बासनवाही हॉस्टल
कहां है बासनवाही हॉस्टल: ये बासनवाही हॉस्टल नरहरपुर विकासखंड में स्थित है. यहां 50 सीटर प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास है. अभी वर्तमान में यहां कुल 26 छात्र रहते हैं. इस हॉस्टल के वार्डन का नाम रामसिंह केसरा है. उन्हीं की शिकायत लेकर बच्चे जिला मुख्यालय पहुंचे थे.
"हॉस्टल अधीक्षक के खिलाफ बच्चे शिकायत लेकर पहुंचे थे. हॉस्टल अधीक्षक को बुलाकर समझाइश दी गई है. हॉस्टल में जो भी समस्या है. उसका समाधान किया जाएगा"- मनीष मिश्रा, प्रभारी सहायक आयुक्त, कांकेर
कांकेर में शिक्षा विभाग लगातार इस तरह की घटनाओं पर एक्शन लेता है. फिर भी कई बार ऐसे मामले सामने आते हैं. जिनमें विद्यार्थियों की समस्याओं को समाधान नहीं हो पाता है. अब देखना होगा कि इस केस को जिला प्रशासन कितनी गंभीरता से लेता है.