कांकेर: प्रदेश के सरकारी राशन दुकान संचालक एवं विक्रेता रविवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. शासकीय उचित मूल्य की दुकान संचालक विक्रेता कल्याण संघ के आह्वान पर पूरे छत्तीसगढ़ में 1 अगस्त से 5 अगस्त तक दुकानों की तालाबंदी अभियान चलाया गया. हड़ताल के दूसरे दिन भी कांकेर में संचालित 486 राशन दुकानों में ताला लटकता रहा, जिससे राशन हितग्राहियों को अब राशन नहीं मिल पा रहा है.
कई मांगों को लेकर हड़ताल जारी: राशन विक्रेता कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामदेव सिन्हा ने बताया हमने कमीशन वृद्धि, मानदेय व्यवस्था लागू करना, खाद्यान्न कटौती बंद करने, वेबसाइट लागू करने, खाद्यान्न में 3 प्रतिशत सुखद भंडारण की छतिपूर्ति, कमीशन की राशि सीधे विक्रेता संचालक के खाते में दिये जाने और उचित मूल्य की दुकानों के लिए सरकारी भवन आवंटित करने जैसी मांगें शामिल है.
हम अपनी मांगों को लेकर विक्रेता कल्याण संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल में है. सरकार से लगातार हम मांग कर रहे है, उसके बाद भी हमारी मांग को अनसुना किया जा था. इसीलिए हम अनिश्चित कालीन हड़ताल में चले गए हैं. -रामदेव सिन्हा, प्रदेश अध्यक्ष, राशन विक्रेता कल्याण संघ
गरीबों को नहीं मिल रहा राशन: राशन संचालक और विक्रेताओं के हड़ताल में जाने से शासकीय उचित मूल्य की दुकान अनिश्चितकाल के लिए बंद हो गए हैं. अब इस दौरान राशनकार्ड धारकों को चावल भी नहीं मिल पायेगा. जिससे इस माह गरीबों को, जो सरकारी राशन के भरोसे अपना जीवन यापन कर रहें हैं, उनको भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
राशन दुकानों में राशन सुचारू रूप से मिल सके इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी ताकि हितग्राहियों को किसी प्रकार का परेशानी न हो. -जन्मेजय नायक, प्रभारी खाद्य अधिकारी
राशन दुकान में लटका ताला: राशन दुकान में ताला लटका हुआ है. उसका पूरा परिवार राशन दुकान से मिलने वाले राशन के भरोसे अपना जीवन यापन करता है. अब ऐसे में घर चलाना मुश्किल हो गया है. अगर जल्द ही राशन दुकान नहीं खुलेगा, तो उन्हें पैसा खर्च कर बाजार से राशन लेकर घर चलाना पड़ेगा.