कांकेर: जिले में में अपराध रोकने के लिए पेट्रोलिंग बाइक के भरोसे चल रही है. दुधावा चौकी में पेट्रोलिंग कार नहीं होने के कारण पुलिस जवानों को बारिश में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. दुधावा चौकी के अंतर्गत 26 गांव आते हैं. साथ ही यह घने जंगलों वाला क्षेत्र है, ऐसे में बाइक से 26 गांव में गश्त लगाना मुश्किल है.
पेट्रोलिंग में हो रही काफी दिक्कतें: दुधवा सरोना चौकी क्षेत्र के अंतर्गत 26 गांव आते हैं, जिसमें अंतिम गांव की दूरी लगभग 15 से 18 किमी है. ऐसे में आपराधिक घटना और चोरी की वारदात होने से पुलिस जवानों को कार के अभाव में घटना स्थल तक पहुंचने में ही समय लग जाता है. जवानों को इमरजेंसी में किराए का वाहन लेकर कई बार घटनास्थल तक जाना पड़ता है. बारिश के दिनों और रात में जवानों को पेट्रोलिंग में काफी दिक्कतों का समाना करना पड़ रहा है.
पहले पेट्रोलिंग गाड़ी थी. लेकिन महीने भर से चारपहिया वाहन नहीं है. पेट्रोलिंग गाड़ी थी तो लगातार गश्त होती थी. जिससे यहां पर एक अच्छा वातावरण बन चुका था. लेकिन अभी गाड़ी नही होने से हमारे पुलिस जवानों को पेट्रोलिंग करने में समस्या हो रही है. पेट्रोलिंग नही होगी, तो क्षेत्र में अपराध के मामले भी आएंगे. अभी पुलिस वाले बाइक से गस्त करते हैं. बारिश के दिनों में समस्या होती है. - नीलेश गोलछा, स्थानीय निवासी
चौकी को पेट्रोलिंग के लिए चारपहिया वाहन मिला था. लेकिन गाड़ी में खराबी की वजह से गाड़ी बनने गई है. गाड़ी बनते ही फिर उपलब्ध हो जाएगा. - अविनाश ठाकुर, एएसपी, कांकेर
स्थानीय लोगों ने बताया, पेट्रोलिंग वाहन नहीं होने से पुलिस के स्टाफ भी किसी घटना घटने पर समय पर नहीं पहुंच पाते है. पेट्रोलिंग कम होने या नहीं होने पर क्षेत्र में चोरी की घटना भी बढ़ने की आशंका है. कई जगह चोरी की घटनाएं हो चुकी है, इलाका भी संवेदनशील है. उस हिसाब से यहां पेट्रोलिंग गाड़ी होनी बेहद जरूरी है.