कांकेर: छत्तीसगढ़ में पहले फेज के लिए 13 अक्टूबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है. आज नामंकन प्रक्रिया का पांचवा दिन है. सभी राजनीतिक दलों के उम्मीदवार अपना नामांकन भरने में जुटे हुए है. इसी कड़ी में ईटीवी भारत ने कांकेर जिले के अन्तागढ़ विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी विक्रम उसेंडी से खास बातचीत की है. आइये जानते हैं इस बार कांग्रेस के खिलाफ विक्रम उसेंडी कितने तैयार हैं और उनकी तैयारी कैसी है.?
कांग्रेस ने अपने मौजूदा विधायक का टिकट काटा: अंतागढ़ विधानसभा में मौजूदा विधायक अनूप नाग का टिकट काटकर कांग्रेस ने नए चेहरे रूपसिंह पोटाई को उम्मीदवार बनाया है. इसे लेकर भाजपा प्रत्याशी विक्रम उसेंडी ने कहा, "वह एक सरपंच थे और पिछला सरपंच चुनाव हार गए थे. जो मौजूदा विधायक थे वह भी कांग्रेस के सर्वे में पिछड़ रहे थे. लेकिन फिर भी मैं किसी भी उम्मीदवार को कमजोर नहीं आंक रहा हूं."
"कांग्रेस के 2018 से लेकर 2023 तक पांच साल के शासन काल में अंतागढ़ क्षेत्र में कोई भी विकास कार्य नहीं हुआ है. जो सड़कें है, वे उखड़ गई है. सड़कों की मरम्मत नहीं हो रही है. ना कोई प्राथमिक शाला खोले गए हैं, ना मीडिल स्कूल खोले गए और न ही आश्रम खोले गए हैं. यह सब क्षेत्र की जनता देख रही है." - विक्रम उसेंडी, बीजेपी प्रत्याशी, अंतागढ़ विधानसभा
बीजेपी शासनकाल के समय हुए कार्यों को विक्रम उसेंडी ने गिनाया : विक्रम उसेंडी ने कहा, "अंतागढ़ विधानसभा संवेदनशील क्षेत्र है. अंतागढ़ मुख्यालय की बात करें, तो देश की आजादी के बाद भी वहां महाविद्यालय नहीं था. हमारी सरकार जब थी, तो वहां महाविद्यालय बनवाया, आईटीआई खुलवाया, एसडीएम कार्यालय खुला, एकलव्य आदिवासी आदर्श विद्यालय, कन्या महाविद्यालय खुला. ऐसे तमाम कार्य हमारे शासनकाल में अंतागढ़ मुख्यालय में हुए. पखांजूर में 40 से ज्यादा हाई स्कूल और 30 से ज्यादा हायर सेकेंडरी स्कूल बीजेपी शासन काल में खोले गए. अंतागढ़ में प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत 101 सड़कें बनी हैं. कोयलीबेड़ा विकासखंड में 111 सड़कों का निर्माण हुआ. हमने पिछले 15 सालों के शासनकाल में शिक्षा और स्वास्थ्य सब में काम किया. इन्हीं मुद्दों को लेकर हम जनता के बीच में जाएंगे."
अंतागढ़ में होगी कांटे की टक्कर: कांकेर जिले में तीन विधानसभा सीटें हैं. जिसमें अन्तागढ़ विधानसभा में हमेशा बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर रही है. अंतागढ़ विधानसभा पहले नारायणपुर विधानसभा में आता था. यह सीट एसटी वर्ग के लिए आरक्षित सीट है. अंतागढ़ विधानसभा भाजपा का गढ़ रहा है. लेकिन भाजपा के इस गढ़ पर 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अनूप नाग ने जीत हासिल की थी. उन्होंने बीजेपी के विक्रम उसेंडी को 13,414 मतों के अंतर से हरा दिया था. अनूप को 57,061 वोट जबकि विक्रम को 43,647 वोट मिले.