कांकेर: शहर के पुराने बस स्टैंड में जिला प्रशासन की टीम की ओर से अतिक्रमण बताकर कई साल पुरानी किराना की दुकान को तोड़ने पर विवाद हो गया है. दूध नदी के किनारे पाथवे और रिटर्निंग वाल बनाने के लिए प्रशासन की टीम कब्जा हटाने का काम कर रही है, इसके तहत 1961 से काबिज सिर्फ एक दुकान को अतिक्रमण बताकर उस पर बुलडोजर चलवा दिया.
दुकान के मालिक लोकेश शर्मा ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि यहां लाइन से कई दुकानें हैं, लेकिन सिर्फ उनकी ही दुकान को निशाना बनाया गया है जो कि गलत हैं. पीड़ित ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि रात 8 बजे दुकान के बाहर नोटिस चस्पा किया गया था और 12 घंटे के अंदर प्रशासन की टीम बुलडोजर लेकर दुकान को तोड़ने पहुंच गई. इस बीच दुकान के मालिक लोकेश शर्मा और उनके साथियों ने इसका विरोध किया था, जिस दौरान झड़प की स्थिति बन गई थी.
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लोकेश शर्मा बताते हैं कि, इस जमीन पर उन्होंने 1961 से कब्जा कर रखा है. वे कहते हैं कि प्रशासन ने बिना किसी जानकारी के एक दिन पहले रात को नेटिस लगाकर उनकी दुकान तोड़ दी जो गलत है. बता दें कि, प्रशासन लगातार अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है. प्रशासन की ओर से पाथवे और रिटर्निंग वाल के लिए अवैध कब्जे हटाए जा रहे हैं, जिसके बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा. बताया जा रहा है कि पुराने बस स्टैंड के और भी व्यपारी इस कार्रवाई की चपेट में आ सकते हैं.
पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष पर अतिक्रमण की कार्रवाई
अतिक्रमण को लेकर प्रशासन तेजी से कार्रवाई कर रहा है. इससे पहले भी पखांजूर के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष असीम राय के घर को प्रशासन ने अवैध बताते हुए गिरा दिया था. असीम राय पर प्रशासन की जमीन पर अतिक्रमण करने का आरोप था, जिस पर कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने मकान पर बुलडोजर चला दिया. 2013-14 में प्रशासन ने इस जमीन के पट्टे को फर्जी बताते हुए खारिज कर दिया था. इस जगह पर एक मकान बना हुआ था, जहां कोई भी नहीं रहता था, उसे गिरा दिया गया है.