कांकेर: उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को निकालने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है. सभी मजदूरों की सकुशल वापसी के लिए कांकेर में कार्तिक पूर्णिमा और गुरु नानक जयंती के अवसर पर हवन पूजन किया गया. राजापारा के महादेव मंदिर परिसर में समाजसेवियों और स्थानीय लोगों ने हवन किया और उनके प्राण रक्षा की कामना की.
उत्तरकाशी मजूदरों के लिए कार्तिक पूर्णिमा पर हवन: समाजसेवी अजय मोटवानी ने बताया कि हम जाति, धर्म क्षेत्र की भावना से ऊपर उठकर सभी 41 मजदूरों की प्राण रक्षा के लिए भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं. हवन पूजा की जा रही है. जिसका उद्देश्य मानवता की रक्षा है. हमारी प्रार्थना है कि राहत कार्य करने वालों के प्रयास सफल हो और सभी 41 मजदूर अपने परिवारों से जल्द मिल सकें. सुबह 8 बजे से 10 बजे तक हवन पूजन जारी रहा.
उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू: इन दिनों उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल रेस्क्यू कार्य पर पूरे देश की नजर बनी हुई हैं. टनल हादसे को आज 16 दिन हो गए हैं. टनल में फंसे 41 मजदूरों के सकुशल रेस्क्यू के लिए हर तरफ दुआओं का दौर जारी है. रेस्क्यू कार्य में तमाम एजेंसियों को परेशानियों से भी दो चार होना पड़ रहा है. इसी बीच अच्छी खबर सामने आई है. सिलक्यारा सुरंग के ऊपर वर्टिकल ड्रिलिंग का काम जारी है. अभी तक 30 मीटर तक वर्टिकल ड्रिलिंग कर ली गई है. टोटल 88 मीटर की वर्टिकल ड्रिलिंग होनी है. वहीं सुरंग के अंदर पाइप में फंसे ऑगर मशीन के टूटे हिस्से को बाहर निकाल लिया गया है. अब यहां मैन्युअल ड्रिलिंग का काम शुरू किया जाएगा, जो कि भारतीय सेना की इंजीनियरिंग बटालियन मद्रास सेपर्स की निगरानी में आगे बढ़ेगा. मैन्युअल ड्रिलिंग के लिए रैट माइनिंग विधि अपनाई जाएगी. जिसमें छोटी-छोटी सुरंगे खोदी जाती हैं, कोयले की खदान में इस तरह की सुरंगें बनाई जाती हैं.