कांकेरः जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर कोदागांव के ग्रामीण बीते 15 दिनों से लो वोल्टेज की समस्या से जूझ रहे हैं. लो वोल्टेज की समस्या से परेशान ग्रामीणों ने कलेक्टर से गुहार लगाई है. ग्रामीणों ने बताया कि लो वोल्टेज के चलते वह अपनी खेतों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं. खेत में लगे मोटर पंप नहीं चल रहा है. जिसके चलते खेतों में लगी फसल सूखने के कगार पर पहुंच गई है. लो वोल्टेज के चलते गांव में निस्तारी के लिए पानी तक नहीं है.
40 गांव के ग्रामीण परेशान
कोदागांव के ग्रामीण दादु राम पटेल ने बताया कि फसल की सिंचाई न होने से फसल सूखने के कगार पर है. धान की खेती में छत्तीसगढ़ अव्वल है, लेकिन सिंचाई व्यवस्था ध्वस्त होने से किसानों की परेशानी बढ़ चुकी है. खेतों में सिंचाई करने के लिए बोर तक नहीं चल पा रहा है. जिससे धान सूखने के कगार पर है. गांव की महिलाएं लो वोल्टेज के चलते दूर-दूर से पानी लाने के लिए मजबूर हो रही हैं. ग्रामीणों ने कहा कि घरेलू कनेक्शन के लिए अलग ट्रांसफार्मर की व्यवस्था होनी चाहिए. जिससे किसानों को सिंचाई में दिक्कत न आए. ग्रामीणों ने बताया कि लो वोल्टेज इतना ज्यादा है कि लोग अपना फोन तक चार्ज नहीं कर पा रहे हैं. इस समस्या से दुर्गुकोंदल विकासखण्ड के 12 ग्राम पंचायत के करीब 40 गांव के ग्रामीण परेशान हैं.
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सात मोहल्लों में एक ट्रांसफार्मर
ग्रामीणों ने बताया कि कोदागांव में सात मोहल्लों के लिए मात्र एक ट्रांसफार्मर लगा हुआ है. उसी ट्रांसफार्मर से किसानों को सिंचाई के लिए मोटर पंप भी चलाना होता है. अत्यधिक लोड के चलते लो वोल्टेज की समस्या से ग्रामीण जूझ रहे हैं. अब देखना यह होगा कि ग्रामीणों के समस्या का जिला प्रशासन कब तक निराकरण करती है. ग्रामीणों के खेतों में पूरी खड़ी फसले सूखने तक इंतजार करती है.